शनिवार को हरियाणा के गुरुग्राम में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा- कांग्रेस के कुछ विधायक हमारे संपर्क में हैं लेकिन हम तोड़कर सरकार नहीं बनाएंगे। हालांकि शिवराज के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में कई मयान निकाले जा रहे हैं।
भाजपा के कई नेता कमल नाथ ( Kamal Nath ) सरकार बनने के बाद से दावा कर रहे हैं कि मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार पांच साल नहीं चल पाएगी। खुद शिवराज सिंह कह चुके हैं कि इस सरकार का कोई भरोसा नहीं है हालांकि शिवराज यह भी साफ कर चुके हैं कि भाजपा को सरकार गिराने की जरूरत नहीं है खुद कांग्रेसी आपस में उलझे हैं और वहीं सरकार गिरा देंगे।
मध्यप्रदेश में विधानसभा की 230 सीटें हैं। 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को 109 सीटों पर जीत मिली थी तो कांग्रेस को 114 सीटों पर। 2 सीटों पर बसपा, एक सपा और 4 निर्दलीय विधायक हैं। मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार सपा, बसपा और निर्दलीय विधायकों के सहारे चल रही है। हालांकि जीएस डामोर के इस्तीफा देने के बाद से भाजपा के 108 विधायक रह गए हैं। भाजपा के जीएस डामोर झाबुआ संसदीय सीट से सांसद निर्वाचित होने के बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था।