जीतू पटवारी (jitu Patwari) ने पत्र में आगे लिखा है कि ‘इस संबंध में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मार्च 2022 में संसद में वक्तव्य दिया था। इसके बाद भी मध्य प्रदेश में टोल माफिया द्वारा टोल के नाम पर जनता से अवैध रूप से वसूली की जा रही है। उन्होंने पत्र में बताया है कि नेशनल हाईवे 44 पर मेहरा और छेंदा में दो टोल प्लाजा हैं। इसी तरह देवास भोपाल कॉरिडोर पर कई टोल प्लाजा हैं।
कांग्रेस ने साधा निशाना पूछा किसकी शह पर की जा रही अवैध वसूली
प्रदेश कांग्रेस ने एमपी की मोहन सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जब केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ही कई बार मध्यप्रदेश सरकार को चेताया और टोल पर मनमानी को लेकर रोक के लिए निर्देशित भी किया है, तो फिर किसकी शह पर हर रोज अवैध वसूली की जा रही है।
बीजेपी के एजेंट ही कर रहे वसूली
विचार विमर्श विभाग प्रमुख भूपेंद्र गुप्ता ने आरोप लगाया कि बीजेपी के एजेंट ही प्रदेश में टोल के नाम पर अवैध वसूली कर रहे हैं। प्रदेश सरकार ने भी इन्हें बंद करने का निर्णय लिया था। लेकिन वसूली से सबकी जेब गर्म हो रही हैं। लिहाजा अब कांग्रेस के पास एकमात्र रास्ता आंदोलन का बचा है। अब कांग्रेस संबंधित टोल वसूली के स्थानों पर बैठकर धरना देगी। साथ ही जनता से हो रही खुलेआम लूट को लेकर सरकार को रूबरू कराएगी।
बीजेपी ने किया पलटवार
उधर, मामले में पलटवार करते हुए बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता शिवम शुक्ला ने कहा है कि ‘कांग्रेस शासन काल में सड़कों का जाल पांच हजार किलोमीटर लंबा था। जो अब पांच लाख किलोमीटर के पार हो गया है। खस्ताहाल सड़क ही कांग्रेस की पहचान थी। सरकार व्यवस्था आधारित होती है। कांग्रेस का चरित्र ही धांधली से भरा हुआ है। लिहाजा उनको चश्मे में सिर्फ भ्रष्टाचार ही नजर आता है।