विश्व में प्रसिद्ध हैं चंदेरी-महेश्वरी की साड़ियां
मध्यप्रदेश की चंदेरी, महेश्वरी साड़ियों के अलावा बाघ प्रिंट की साड़ियां विश्वभर में प्रसिद्ध हैं । खासतौर पर विदेशियों को भी यह की साड़िया पंसद आती हैं । चंदेरी साड़ी को केले के छाल के रेशे निकालकर उसकी बुनाई की जाती है। एक साड़ी को तैयार होने करीब एक महीने का समय लग जाता है । दिलचस्प यह भी है कि यहां पर साड़ियां हाथों से ही प्रिंट की जाती हैं । वही नर्मदा नदी के किनारे बसे महेश्वर की महेश्वरी साड़ियों की भी अलग पहचान है। चंदेरी साड़ियों की ही तरह महेश्वरी साड़िया बारीक सूत से बुनी जाती है, इनकी चेकनुमा बुनावट लोगों को खूब आकर्षित करती है। बाघ साड़ियों की डिजाइन उसे एक अलग लुक देती है ।
सीएम मोहन यादव ने कहा – हैंडलूम मध्यप्रदेश की रही है पहचान
सीएम डॉ. यादव ने श्री गोयल को बताया कि हैंडलूम मध्यप्रदेश की पहचान रही है। विश्व स्तर पर इसे अधिक प्रभावी बनाने तथा निखारने के लिए साड़ी वॉकथॉन का आयोजन किया जाएगा। जिसमें प्रदेश की चंदेरी, माहेश्वरी और बाघ प्रिंट का विशेष रूप से प्रदर्शन होगा। प्रदेश की इस पहल में केंद्र सरकार भी सहयोग देगी। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री गोयल से इस पर सहमति प्राप्त हुई है।इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री श्री गोयल ने प्रदेश में टेक्सटाइल सेक्टर को विस्तार देने और कौशल उन्नयन के लिए भी अनेक कार्यों की स्वीकृति दी है।