पहले 85 प्रतिशत से अधिक अंक पाने वाले इसके दायरे में थे। बाद में इसमें बदलाव करते हुए 75 प्रतिशत या इससे अंक अधिक लाने वालों को भी इसमें शामिल कर लिया गया। पिछले साल तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने इसमें कुछ और बदलाव लाने की घोषणा की थी।
ये भी पढ़ें: बेटे की शादी में ‘घूमर डांस’ कराया तो 1 लाख का जुर्माना, समाज से भी किया बेदखल स्कूल शिक्षा विभाग करेगा फैसला
यह परीक्षा माध्यमिक शिक्षा मंडल ने कराई थी, लेकिन योजना का फायदा देने के मामले में फैसला स्कूल शिक्षा विभाग करेगा। माध्यमिक शिक्षा मंडल के अधिकारियों के मुताबिक बोर्ड परीक्षा तक सीमित है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को इसके संबंध में निर्णय लेना है।
ये रही स्थिति
कक्षा 12वीं में 8 लाख 15 हजार विद्यार्थी शामिल हुए थे। इनमें से 64.49 प्रतिशत स्टूडेंट पास हुए। प्रथम श्रेणी में 2 लाख 92 हजार विद्यार्थियों ने परीक्षा की थी। इनमें से 90 हजार ऐसे बच्चे है जिन्होंने 75 प्रतिशत से अधिक अंकों से परीक्षा पास की है। पिछले साल 78 हजार को मिली प्रोत्साहन राशि बीते साल 78 हजार विद्यार्थियों को करीब 196 रुपए लैपटॉप के लिए दिए गए थे। योजना राज्य शासन की है। बेहतर अंक पाने वालों को प्रोत्साहित करने के लिए इसकी शुरुआत हुई थी।
पुनर्गणना के रिजल्ट के बाद फाइनल होगी सूची
कक्षा बारहवीं के कई विद्यार्थियों ने पुनर्गणना के लिए भी फॉर्म भरे हैं। इनके रिजल्ट के बाद संख्या में आंशिक बदलाव हो सकता है। वहीं जिला स्तर पर भी इसका वेरिफिकेशन हो रहा है।