क्या लिखा है लेटर में
मीणा ने लिखा है कि पार्टी फिर से मुझे विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती है। लेकिन इस वक्त पार्टी को मेरी जरूरत है और मैं संगठन में रहकर विदिषा जिले की पांचों सीटों पर पार्टी को जिताने का काम करूंगा। ऐसे में मैं अपने नाम की दावेदारी वापस लेता हूं।
किसे मिलेगा टिकट
सूत्रों का कहना है कि सूर्य प्रकाश मीणा के चुनाव लड़ने से इंकार करने के कारण इस इस विधानसभा सीट से प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री राघवजी की बेटी ज्योति को टिकट मिल सकता है। 2013 के चुनाव में भी सूर्यप्रकाश मीणा ने यहां से जीत हासिल की थी। उन्होंने कांग्रेस की ज्योत्सना यादव को हराया था। सूर्यप्रकाश मीणा को जहां 54233 वोट मिले थे तो वहीं कांग्रेस की ज्योत्सना यादव को 51075 वोट मिले थे। वहीं, 2008 के चुनाव में बीजेपी को सूर्यप्रकाश मीणा ने 20000 हजार वोटों से कांग्रेस के विक्रम सिंह को हराया था। इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही टक्कर रहती है।
और कई मंत्रियों पर संकट भी संकट के बादल
बताया जा रहा है कि इस बार मंत्री माया सिंह, सूर्य प्रकाश मीणा, कुसुम मेहदेले, हर्ष सिंह, शरद जैन का टिकट कट सकता है। मंत्री जयभान सिंह पवैया, पारस जैन की रिपोर्ट कार्ड भी ठीक नहीं है। इसलिए इनके टिकट पर संशय की स्थिति है। पूर्व मंत्री सरताज सिंह और बाबूलाल गौर को पार्टी फिर से मौका दे सकती है हालांकि इस पर अभी भी चर्चा जारी है। मुरैना सांसद और पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा, मनोहर ऊंटवाल, संपतिया उईके, रोडमल नागर को भी पार्टी विधानसभा चुनाव लड़ा सकती है। उज्जैन संभाग और बुंदेलखंड में कई नए चेहरे इस बार मैदान में दिखेंगे।