मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि इन दिनों लोगों में यह जागरूकता बढ़ रही है कि छोटा परिवार सुखी परिवार है। किसी भी कार्यकर्ता पर दबाव नहीं बनाया जाएगा। वहीं, इस आदेश को लेकर सरकार की काफी किरकिरी हो रही थी। इसमें यह था कि अगर बंध्याकरण लक्ष्य को कर्मचारी पूरा नहीं करते हैं तो उनकी नौकरी तो जाएगी ही साथ में वेतन भी नहीं मिलेगा। इसी पर सरकार विरोधियों के निशाने पर थी। शिवराज ने की थी इमरजेंसी से तुलना
सरकार के इस आदेश पर पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने लिखा था कि मध्यप्रदेश में अघोषित आपातकाल है। क्या ये कांग्रेस का इमर्जेंसी पार्ट-2 है? एमपीएचडब्ल्यू (Male Multi Purpose Health Workers) के प्रयास में कमी हो, तो सरकार कार्रवाई करे, लेकिन लक्ष्य पूरे नहीं होने पर वेतन रोकना और सेवानिवृत्त करने का निर्णय, तानाशाही है।
सीएम कमलनाथ की गांधी परिवार से नजदीकियां किसी से छिपी नहीं है। उन्होंने इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी के साथ दून स्कूल में पढ़ाई की है। कमलनाथ को इंदिरा गांधी का तीसरा बेटा भी कहा जाता है। सीएम कई बार संजय गांधी के साथ पुरानी तस्वीर भी शेयर कर चुके हैं। अब कमलनाथ कैबिनेट के मंत्री पीसी शर्मा के बयान के बाद दोनों की दोस्ती की फिर चर्चा हो रही है।