इसके तहत विश्वविद्यालय ने अपने 23 प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर को नोटिस notice issued जारी कर विलंब से आने का कारण पूछा है।
इसके अलावा विवि MCU की शैक्षणिक व्यवस्था Educational system को दुरुस्त करने के उद्देश्य से तीन विभागों के विभागाध्यक्षों के विभाग बदले गए हैं। इसके अलावा एक अस्सिटेंट प्रोफेसर को रीवा ट्रांसफर किया गया है।
जानकारी के मुताबिक विवि MCU के कुलपति दीपक तिवारी ने सुबह साढ़े नौ बजे पहुंचकर विवि के विभागों का निरीक्षण Inspection of departments किया। इस दौरान करीब अधिकतर प्रोफेसर न तो अपने विभाग में थे और ना ही अपनी क्लास में।
काफी समय बीतने के बाद भी जब प्रोफेसर विवि MCU नहीं पहुंचे तो विवि प्रबंधन ने ऐसे 23 प्रोफेसरों को विवि समय पर नहीं पहुंचने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है। सभी प्रोफेसरों को तय समय में अपना जवाब विवि प्रबंधन को देना होगा। जवाब नहीं देने या फिर संतोषजनक जवाब नहीं देने पर विवि प्रबंधन संबंधित प्रोफेसर पर सख्त कार्रवाई कर सकता है।
कक्षाओं में विभागाध्यक्षों का बिल्कुल भी ध्यान नहीं…
जानकारी के मुताबिक विभागों में लगने वाली कक्षाओं में विभागाध्यक्षों का बिल्कुल भी फोकस नहीं हैं। अक्सर विद्यार्थी कक्षाओं से नदारद रहते हैं लेकिन उनकी उपस्थिति को लेकर विभागाध्यक्ष HOD कोई कार्रवाई नहीं करते। यहां तक उनसे कक्षाओं में नहीं आने पर कोई सवाल तक नहीं किया जाता है।
वहीं उपस्थिति कम होने की दशा में विद्यार्थियों को परीक्षाओं Exams में शामिल नहीं किए जाने पर वे विरोध प्रदर्शन करते हैं। ऐसे में विवि प्रबंधन ने तीन विभागाध्यक्षों के विभाग में फेरबदल किया है।
डॉ. संजीव गुप्ता को मास कम्युनिकेशन से हटाया…
विवि MCU के रेक्टर व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के विभागाध्यक्ष डॉ. श्रीकांत सिंह को पत्रकारिता विभाग, प्रोफेसर राखी तिवारी को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का विभागाध्यक्ष बनाया गया है। वहीं डॉ. संजीव गुप्ता से मास कम्युनिकेशन से विभागाध्यक्ष से हटाकर डॉ. पवित्र श्रीवास्तव को इस विभाग का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है।
डॉ. गुप्ता अब सिर्फ मीडिया रिसर्च विभाग के के ही प्रमुख रहेंगे। बता दें, सेमेस्टर एग्जाम से पूर्व डॉ. गुप्ता के विभाग की ही दो छात्राओं ने उनसे आपत्तिजनक सवाल करने का आरोप लगाया था। इसके अलावा पत्रकारिता विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर लोकेन्द्र राजपूत का तबादला रीवा किया गया है जबकि रीवा के डॉ. रंजन सिंह का तबादला भोपाल परिसर में किया गया है।
पहले भी किया निरीक्षण, पहली बार जारी किया नोटिस…
विवि प्रबंधन की मानें तो यह पिछले काफी समय से चल रहा है। कई बार प्रोफेसर छात्रों का बहाना बनाकर कक्षाओं में नहीं जाते थे। कुलपति ने इससे पहले भी कई बार निरीक्षण किया है और कक्षा में प्रोफसर के नहीं मिलने पर जवाब भी मांगा है लेकिन यह पहला मौका है जब 23 प्रोफेसरों के नाम से नोटिस जारी कर इसे नोटिस बोर्ड पर चस्पा किया गया।