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भोपाल

मकर संक्रांति पर नहीं कर पाए हैं तो दान पुण्य, तो अभी करें ये उपाय

मकर संक्रांति पर अद्भुत संयोग बन रहा है क्योकि मकर संक्रांति का आगमन सवार्थ सिद्धि योग में आ रहा है।

भोपालJan 15, 2018 / 02:39 pm

rishi upadhyay

makar sankranti

भोपाल। मकर संक्रांति माघ मास की संक्रांति को मनाई जाती है क्योकि इस दिन सूर्य धनु राशि से मकर राशि मे प्रवेश करते है। आमतौर पर यह हर साल 14 जनवरी को मनाई जाती है। लेकिन इस बार मकर संक्रांति पर अद्भुत संयोग बन रहा है क्योकि मकर संक्रांति का आगमन सवार्थ सिद्धि योग ? में आ रहा है। जो कि बेहद खास और शुभा लाभ देने वाला है।

 

इस बार मकर संक्रांति 14 और 15 जनवरी दोनों दिन हैं। लेकिन इस अद्भुत संयोग में लाभ पाना तभी संभव है जब मुहूर्त में स्नान दान किया जाए। इस बार स्नान-दान और पूजन के लिए पुण्यकाल सिर्फ तीन घंटे 55 मिनट ही रहेगा। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक पुण्य काल में किया गया स्नान-दान अधिक प्रभावकारी होता है। आइये पं. संतोष शास्त्री से जानते हैं कि राशि के अनुसार मकर संक्रांति पर आपको क्या दान करना चाहिए और उससे क्या लाभ होगा।

 

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मेष राशि-
इस राशि के स्वामी मंगल है। इस राशि के लोग मकर संक्रांति के दिन मच्छरदानी गुड़, मूंगफली, तिल का दान करे तो जल्द ही उनकी मनोकामना पूरी हो सकती है। साथ ही सुबह जल्दी स्नान करने के बाद जल में पीले फूल, हल्दी, तिल मिलाकर अर्घ्य देंने से उच्च पद की प्राप्ति होगी।

वृषभ राशि-
इस राशि के स्वामी शुक्र है। इस राशि के लोग मकर संक्रांति के दिन चांदी, ऊनी वस्त्र, सफेद कपड़े, तिल और उससे बनने वाली चीजे दान करे तो लाभ मिलेगा। साथ ही सुबह जल्दी उठकर नहाने के बाद पानी में सफेद चंदन, दुग्ध, श्वेत पुष्प, तिल डालकर सूर्य को अर्घ्य देंने से बड़ी जिम्मेदारी मिलने के योग बनेंगे।

मिथुन राशि –
इस राशि का स्वामी बुध है। इस राशि के लोग मकर संक्रांति के दिन पीले रंग की चीजे, तिल, मूंग दाल, चावल और कंबल का दान करें। साथ ही सुबह स्नान कर के पानी में तिल, दूर्वा, पुष्प मिलाकर सूर्य को अर्घ्य दें और गाय को हरा चारा दें। इससे ऐश्वर्य की प्राप्ति होगी।

कर्क राशि-
इस राशि के स्वामी चंद्र है। इस राशि के लोग तिल, साबूदाना, चांदी, चावल और सफेद वस्त्र का दान करे तो अच्छा फल मिलेगा। साथ ही सुबह स्नान कर के पानी में दुग्ध, चावल, तिल मिलाकर सूर्य को अर्घ्य दें। कलह-संघर्ष, व्यवधानों पर विराम लगेगा।

सिंह राशि-
इस राशि के स्वामी सूर्य है। इस राशि के लोगो को तिल, कंबल, गेहूं, तांबा, सोने के मोती औऱ अन्न दान करना चाहिये। साथ ही सुबह जल्दी उठकर नहाने के बाद पानी में कुमकुम, पुष्प, तिल डालकर सूर्य को अर्घ्य दें। जल्द ही कोई नई उपलब्धि मिलेगी।

कन्या राशि-
इस राशि के स्वामी बुध है। इस राशि के लोगो को मकर संक्राति के दिन तिल, कंबल, तेल, उड़द दाल, चावल, हरे मूंग या हरे कपड़े का दान देना चाहिए। साथ ही सुबह जल्दी उठकर नहाने के बाद पानी में तिल, दूर्वा, पुष्प डालकर सूर्य को अर्घ्य दें। कोई शुभ समाचार मिलेगा।

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तुला राशि-
इस राशि के स्वामी शुक्र है। इस राशि के लोगो को सफेद डायमंड, चीनी, गुड, तेल, रूई, राई, वस्त्र या कंबल का दान करना चाहिये। साथ ही सुबह जल्दी उठकर नहाने के बाद सफेद चंदन, दुग्ध, चावल, तिल मिलाकर सूर्य को अर्घ्य दें। व्यवसाय में बाहरी संबंधों से लाभ मिलेगा।

वृश्चिक राशि-
इस राशि के स्वामी मंगल है। इस राशि के लोगों को मूंगा, लाल कपड़ा या लाल कंबल, गरीबो को चावल, दाल की कच्ची खिचड़ी और तिल दान करना चाहिए। साथ ही सुबह जल्दी उठकर नहाने के बाद पानी में कुमकुम, पुष्प, तिल मिलाकर सूर्य को अर्घ्य दें। विदेशी कार्यों में लाभ होगा।

धनु राशि-
इस राशि के स्वामी गुरू है। इस राशि के लोगो को मकर संक्रांति के दिन पीला कपड़ा, खड़ी हल्दी, चावल, तिल, स्वर्ण वस्तु, चने की दाल औऱ गुड़ का दान करने से विशेष लाभ की संभावना होती है। इस दिन सुबह जल्दी उठकर नहा ले औऱ उसके बाद पानी में हल्दी, केसर, पीले पुष्प व तिल मिलाकर सूर्य को अर्घ्य दें। ऐसा करने से शत्रु परास्त होंगे, सफलता मिलेगी।

मकर राशि-
इस राशि के स्वामी शनि है। इस राशि के लोगो को मकर संक्रांति के दिन गुड़, चावल, तेल, काला कंबल, काली तिल औऱ पुस्तक का दान करने से हर मनोकामना पूरी होती है। इस दिन सुबह जल्दी उठकर नहा ले औऱ उसके बाद पानी में नीले पुष्प, तिल मिलाकर सूर्य को अर्घ्य दें। साथ ही गरीबो एवं दिव्यांगों को भोजन दान दें। इससे अधिकार प्राप्ति के योग बनेंगे।


कुंभ राशि-
इस राशि का स्वामी शनि है। इस राशि के लोगो को मकर संक्रांति के दिन तिल, साबुन, वस्त्र, कंघी, कंबल, काला कपड़ा, काली उड़द, खिचड़ी और तिल का दान करने से विशेष लाभ की संभावना होती है। इस दिन सुबह जल्दी उठकर नहा ले औऱ उसके बादपानी में नीले पुष्प, उड़द की दाल, सरसों का तेल, तिल मिलाकर सूर्य को अर्घ्य दें। विरोधी परास्त होंगे।

मीन राशि-
इस राशि का स्वामी गुरू है। इस राशि के लोगो को साबूदाना, कंबल, रेशमी कपड़ा, सरसों, केसर, चने की दाल, चावल और तिल दान देने चाहिए। साथ ही सुबह स्नान कर के हल्दी, केसर, तिल मिलाकर सूर्य को अर्घ्य दें। सम्मान और यश बढ़ेगा।

मकर संक्रांति का शुभ मुहूर्त –
इस बार दोनों ही दिन विशेष योग के साथ शुभ बताए जा रहे हैं। सूर्य पूजा इस अवसर पर विशेष फलदायी बतायी जा रही है। 15 जनवरी को स्नान व दान का विशेष महत्व बताया जा रहा है। 15 जनवरी को 21:8 मिनट तक मुहूर्त शुभ बना हुआ है। हालांकि सूर्य के धनु से मकर राशि में प्रवेश के साथ ही खरमास समाप्त हो जाएगा, जिसके बाद शुभ कार्य प्रारंभ होंगे।


मकर संक्रांति व्रत विधि –
भविष्यपुराण के अनुसार सूर्य के उत्तरायण या दक्षिणायन के दिन संक्रांति व्रत करना चाहिए। इस व्रत में संक्रांति के पहले दिन एक बार भोजन करना चाहिए। संक्रांति के दिन तेल तथा तिल मिश्रित जल से स्नान करना चाहिए। इसके बाद सूर्य देव की स्तुति करनी चाहिए। मान्यतानुसार इस दिन तीर्थों में या गंगा स्नान और दान करने से पुण्य प्राप्ति होती है। ऐसा करने से जातक को मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही संक्रांति के पुण्य अवसर पर अपने पितरों का ध्यान और उन्हें तर्पण जरूर प्रदान करना चाहिए।

 

विशेष पूजन विधि-
पूर्वमुखी होकर सूर्यदेव का विधिवत पूजन करें। तांबे की दिये में तिल के ताल तेल का दीप करें, तगर की धूप करें, रोली चढ़ाएं, व अशोक के पत्ते चढ़ाएं व लाल फूल चढ़ाएं। जल भरे ताम्र कलश में काले तिल, गुड, उड़द, शहद व सिंदूर मिलाकर सूर्यदेव को अर्घ्य दें। मकर संक्रांति के दिन, सूर्य मंत्र जाप किया जाना चाहिए और सूर्य की पूजा की जानी चाहिए।
सूर्य मंत्र: “ओम हरेम हरेम ह्रौम्म साह सूर्य्या नमः।”

 

मकर संक्रांति पूजा मंत्र-
मकर संक्रांति के दिन सूर्यदेव की निम्न मंत्रों से पूजा करनी चाहिए :
ऊं सूर्याय नम:
ऊं आदित्याय नम:
ऊं सप्तार्चिषे नम:

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