भोपाल में गणतंत्र का उत्सव लोकरंग धूमधाम से मनाया जाता है। इस बार भी यह आयोजन 26 जनवरी से 30 जनवरी तक होगा। यह आयोजन अपने नाम के अनुरूप भी है। राजधानी के रवींद्र भवन में होने वाला लोकरंग इस बार संस्कारों और कलाओं में विमुक्त, घुमंतु और अर्धघुमक्कड़ थीम पर होने जा रहा है। इस आयोजन में कई राज्यों के रंग-बिरंगे परिधानों के साथ ही कई राज्यों के खानपान, नृत्य, गायन-वादन आदि भी देखने को मिलेंगे। इस लोकरंग का प्रमुख आकर्षण चरैवेति नृत्य नाटिका है।
एक नजर
राष्ट्रीय खादी उत्सव शुरू
इधर, भोपाल में राष्ट्रीय खादी उत्सव की भी शुरुआत हो गई। यह उत्सव 23 जनवरी तक चलेगा। भोपाल हाट में लगे इस खादी उत्सव में मध्यप्रदेश समेत राजस्थान, बिहार, छत्तीसगढ़, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, छतीसगढ़. गुजरात की खादी की स्टाल लगाई गई हैं।
कई राज्यों की साड़ियां आईं
इसमें खादी वस्त्र, मलबरी सिल्क, मसलिन खादी, भागलपुरी सिल्क, मटका सिल्क, कोसा सिल्क की साड़ियां एवं कपड़ा, शॉल, सूट एवं सभी प्रकार के खादी वस्त्र के रेडीमेड गारमेंट्स, लेडीज कुर्ते के स्टाल लगे हैं।
कई राज्यों के ग्रामोद्योग
ग्रामोद्योग में माटीकला की सामग्री, जूट, बैतबाँस, लकड़ी के फर्नीचर, चमड़े के बेग, बेल्ट, पर्स, विन्ध्यावैली ब्रांड की अगरबत्ती, शेम्पू और सेनेटाईजर, शुद्ध एवं प्राकृतिक मसाले, शहद, अचार, पापड़, आटा, बेसन, दलिया आदि भी लाए गए हैं।