भाजपा के कार्यकर्ता सम्मेलन में आए मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस ने भगवान राम के मंदिर का विरोध किया। यहां के कांग्रेस के प्रत्याशी पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह तो आज तक भगवान राम के दर्शन करने अयोध्या नहीं गए। उन्होंने कभी मूर्ति को तो कभी शिलान्यास का मुहूर्त ही गलत बता दिया।
नरोत्तम मिश्रा ने रामचरित मानस की एक चौपाई की तर्ज पर नई चुनावी चौपाई गढ़ दी। दिग्विजय सिंह के लिए बनाई यह चौपाई सुनाते हुए उन्होंने कहा- जाके प्रिय न राम वैदेही, ताको वोट कदापि न देही।
भाजपा प्रत्याशी रोड़मल नागर, राज्यमंत्री नारायणसिंह पंवार, राज्यसभा सांसद बंशीलाल गुर्जर, विधायक हजारीलाल दांगी, अमरसिंह यादव की उपस्थिति में मिश्रा ने इस बार के चुनाव को दो विचारधारा का चुनाव बताया। उन्होंने कहा कि इस बार एक तरफ सनातन है तो दूसरी तरफ सनातन के विरोधी हैं जोकि केवल राजनीति चमकाने के लिए ही सनातन धर्म की बात करते है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने भगवान राम को काल्पनिक बताया है। जेएनयू में भारत विरोधी नारे लगने पर सबसे पहले राहुल गांधी समर्थन करने गए। कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह पर हमलावर हुए मिश्रा ने कहा कि वे कह रहे है कि ये मेरा आखिरी चुनाव है। जब इनके हाथ में सब कुछ था तब कुछ नहीं किया और आज कुछ कर नहीं सकते तब उन्हें आखिरी चुनाव की बात याद आ रही है।