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BJP विधायक अजय विश्नोई के बयान के समर्थन में महदेले
पूर्व मंत्री कुसुम महदेले ने दमोह उपचुनाव में भाजपा की हार के लिए जयंत मलैया और उनके पुत्र सिद्धार्थ मलैया को जिम्मेदार ठहराने पर विरोध जताया है। यही नहीं, महदेले ने मलैया को नोटिस दिये जाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। साथ ही, बीजेपी विधायक अजय विश्नोई के बयान का समर्थन भी किया है।
सोशल मीडिया पर जताया विरोध
पूर्व मंत्री कुसुम महदेले ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखते हुए कहा कि, ‘अब बीजेपी के पास वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की उपेक्षा व अवमानना करने और उनकी निष्ठा पर असत्य लांछन लगाना भी शुरू हो गया है। जयंत मलैया को नोटिस और सिद्धार्थ की सदस्यता समाप्त करना दुर्भाग्यपूर्ण है।
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BJP विधायक अजय विश्नोई के सवाल का किया समर्थन
महदेले ने एक अन्य ट्वीट में ये भी लिखा कि, ‘मलैया और सिद्धार्थ पर आरोप-प्रत्यारोप उचित नहीं है। उप-चुनाव करवाना भी उचित नहीं था।’ साथ ही, उन्होंने बीजेपी विधायक अजय विश्नोई के बयान का भी समर्थन करते हुए लिखा कि, ‘अजय विश्नोईजी आपने दमोह उपचुनाव को लेकर सही टिप्पणी की है।’ बता दें कि, अजय विश्नोई ने दो दिनों पहले सोशल मीडिया पर सवाल किया था कि, ‘चुनाव में हार की जवाबदारी क्या टिकट बांटने वाले और चुनाव प्रभारी लेंगे?’
मलैया बोले- इसलिये पार्टी ने हार का ठीकरा उनपर फोड़ा
हालांकि, एक दिन पूर्व ही पूर्व वित्तमंत्री जयंत मलैया ने उपचुनाव की हार पर पार्टी की ओर से नोटिस दिये जाने के मामले पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा था कि, दमोह में हुई हार की जवबदारी खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने कांधों पर नहीं ले सकते, इसलिये हार का ठीकरा उनके सर पर फोड़ गया है। उन्होंने ये भी कहा कि, पार्टी सिर्फ मेरा बूथ ही नहीं हारी। राहुल लोधी खुद अपना वार्ड हारे हैं। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल भी अपना वार्ड हारे हैं। जिला पंचायत और नगर पालिका अध्यक्ष के वार्ड से भी पार्टी हारी है। हालांकि, मलैया ने ये भी कहा था कि, एक-दो दिनों में भोपाल जाकर अपना जवाब दूंगा। साथ ही, दिल्ली भी जाउंगा क्योंकि कुछ बातें ऐसी भी हैं, जिन्हें आलाकमान को पता होना जरूरी है।
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मलैया को नोटिस बन रहा कलेह का कारण
आपको बता दें, दमोह में हुए उपचुनाव में पार्टी की ओ से उम्मीदवार रहे राहुल सिंह लोधी ने पार्टी की हार का कारण जयंत मलैया और उनके बेटे के भितरघात को ठहराया था। इसपर पार्टी की ओर से जयंत मलैया को नोटिस जारी करके जवाब मांग है, जबकि उनके बेटे सिद्धार्थ मलैया समेत भाजपा जिले के पांच पदाधिकारियों को पार्टी से बाहर कर दिया गया है।
मलैया का समर्थन कर चुके हैं पूर्व मंत्री हिम्मत कोठारी
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री हिम्मत कोठारी भी इससे पहले जयंत मलैया का समर्थन कर चुके हैं। एक बयान में उन्होंने कहा है कि,जयंत मलैया बीजेपी के वरिष्ठ नेता हैं, उन्हें हार के लिए जिम्मेदार ठहराना बिल्कुल भी सही नहीं है। हार की जिम्मेदारी उन्हें लेना चाहिए, जो उप-चुनाव के प्रभारी बनाए गए थे।
कांग्रेस का तंज- BJP में चल रहा बिकाऊ और टिकाऊ का संघर्ष
दमोह उप चुनाव में हार के बाद बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं की दो राय सामने आने के बाद कांग्रेस को भी तंज कसने बढ़िया अवसर मिल गया है। कांग्रेस के प्रदेश मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने भी एक ट्वीट जारी किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि, ‘दमोह उप चुनाव परिणाम आने के बाद अब एक बार फिर भाजपा में बिकाऊ-टिकाऊ संघर्ष शुुरू? टिकाऊओं ने खोला बिकाऊओं के खिलाफ मोर्चा।
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