पहले इंदौर नगर निगम कमिश्नर, फिर उज्जैन कलेक्टर और अब भोपाल कलेक्टर के रूप में आशीष सिंह ने गुरुवार को कार्यभार ग्रहण कर लिया। भोपाल कलेक्टर आशीष सिंह ने अविनाश लवानिया से चार्ज प्राप्त किया। उधर, अविनाश लवानिया ने एमपीआरडीसी के दफ्तर पहुंचकर एमडी पद का चार्ज ले लिया।
आशीष सिंह के बारे में
2010 बैच के आइएएस ऑफिसर आशीष सिंह की सबसे पहली पदस्थापना कटनी जिले में अपर कलेक्टर के पद पर हुई थी। इसके बाद वे इंदौर जिला पंचायत के सीईओ बने। उज्जैन नगिर निगम कमिश्नर के बाद देवास कलेक्टर बने। इसके बाद इंदौर नगर निगम के कमिश्रनर बनाए गए। इसके बाद वे उज्जैन कलेक्टर बने। महाकाल लोक का निर्माण आशीष सिंह के ही कार्यकाल में पूरा हुआ है। आशीष सिंह सीएसजेएम विश्वविद्यालय कानपुर से बीए करने के बाद आइएएस में आए थे।
क्या है महाकाल लोक का मामला
पिछले साल 11 अक्टूबर को पीएम मोदी ने महाकाल लोक का लोकार्पण किया था। इसी माह उज्जैन के कांग्रेस विधायक महेश परमार ने महाकाल लोक के निर्माण में भ्रष्टाचार की शिकायत लोकायुक्त में की थी। इसके बाद तीन आइएएस आफिसर सहित 15 अधिकारियों को लोकायुक्त ने नोटिस दिया था, जिनमें से एक आशीष सिंह भी थे। हालांकि इस मामले में जांच शुरू हुई थी और कई अफसरों से जवाब लिए जा चुके हैं।
24 घंटे में बदला घटनाक्रम
राज्य शासन ने दो दिन पहले ही सीनियर आइएएस आफिसर कौशलेंद्र विक्रम सिंह को भोपाल का कलेक्टर बनाया था, लेकिन बुधवार रात को ही नए आदेश आ गया और आशीष सिंह के नाम के आदेश जारी कर दिए गए। अब कौशलेंद्र को पर्यटन विकास निगम का एमडी बनाया गया है।
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