अमेरीकी टैरिफ का खतरा
एक्सपर्ट्स का मानना है कि अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव से भारत को बड़ा फायदा हो सकता है। हालांकि, यह चिंता भी जताई है कि यदि अमेरीका कुछ भारतीय प्रोडक्ट्स पर अतिरिक्त शुल्क लगाता है, तो यह व्यापार को प्रभावित कर सकता है. दिसंबर 2024 में ट्रंप ने कहा था कि भारत कई अमरीकी प्रोडक्ट्स पर अधिक टैरिफ लगाता है और अमरीका इसके जवाब में एडिशनल ड्यूटी लगाने का इरादा रखता है।
लाल कालीन बिछाने का कोई इरादा नहीं
भारत अमेरीका को तेल, सेब, इलेक्ट्रिक वाहन से लेकर उपग्रह संचार के क्षेत्र में आसान बाजार पहुंच देने पर पर विचार कर सकता है। भारत ने ट्रंप की ‘अमेरीका फर्स्ट’ नीति के तहत अमेरीका के साथ व्यापार वार्ता के लिए तैयार करनी शुरू कर दी है। मामले से जुड़े तीन वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा, अमेरीकी सामान के आयात के लिए एकतरफा शुल्क रियायतों के साथ लाल कालीन बिछाने का भारत का कोई इरादा नहीं है। इन वार्ताओं का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि अमेरीका भारतीय उत्पादों पर न तो शुल्क बढ़ाए और न ही अतिरिक्त व्यापार बाधाएं लगाए। जानकारों के मुताबिक, दोनों देशों में व्यापार वार्ता जल्द होगी जिसमें भारत अमेरीका से कच्चा तेल, चिकित्सा उपकरण और कृषि उत्पादों, जैसे कपास, फल और पशु आहार सामग्री का आयात बढ़ाने पर विचार कर सकता है।