वहीं, दूसरी तरफ वन मंत्री विजय शाह द्वारा सरकार को दिए गए महुआ फैक्ट्री खोलने के सुझाव का मध्य प्रदेश कांग्रेस ने विरोध भी शुरु कर दिया है। पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक लखन घनघोरिया ने कहा कि, बीजेपी के मंत्री की संस्कृति और मानसिक विकृति है। जनता के टैक्स के पैसों से शराब की फैक्ट्री लगाना दिवालियापन है। शराब पर हाय तौबा मचाने वाली सरकार, कर कुछ रही है और बोल कुछ और रही है। बीजेपी के मंत्री अहंकार से भरे हैं, इसलिए बस सिर्फ ऊल – जलूल काम किये जा रहे हैं।
यह भी पढ़ें- छात्रों के लिए उच्च शिक्षा विभाग का बड़ा फैसला : इस बार ऐसी होगी परीक्षा केंद्रों की व्यवस्था
सरकार की आबकारी नीति पर भी बोला हमला
यही नहीं विधायक लखन घनघोरिया ने सरकार की आबकारी नीति पर भी हमला बोलते हुए कहा कि, शराब बेचने वाले को बरी कर दिया जाता है और पीने वाले को आरोपी बनाया जाता है। शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों का 10 – 10 हज़ार का चालान काटा जाता है। सिर्फ सरकार जेब भरने में जुटी है। सबसे ज्यादा शराब दुकान बीजेपी के शासन काल में ही खोली गई हैं। बीजेपी सरकार की प्राथमिकता में ही शराब है।
यह भी पढ़ें- गुड गवर्नेंस इंडेक्स में मध्य प्रदेश नंबर – 1, खुश हुए शिवराज
सरकार चोरी भी करा रही है और कारर्वाई भी
वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना का कहना है कि, सरकार चोरी और कार्रवाई दोनों ही करवा रही है। पुलिस के सारे बड़े आधिकारियों को वसूली का टारगेट दिया जाता है। सरकार पहले शराब का लाइसेंस देती है फिर कार्रवाई के नाम पर वसूली करती है।
विधायक रामबाई का दबंग अंदाज, पार्षद और कंप्यूटर ऑपरेटर को सुनाई खरी-खरी, वीडियो वायरल