बीजेपी के विधायक रहे गिरिजाशंकर ने करीब 10 दिन पहले पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। कांग्रेस में शामिल होने के बाद उन्होंने बीजेपी पर अपनी उपेक्षा का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा कि वे चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस में नहीं आए हैं, पार्टी जो जिम्मेदारी देगी, उसे निभाउंगा। गिरिजाशंकर शर्मा को नर्मदापुरम जिले की किसी सीट से टिकट देने की चर्चा है हालांकि वे होशंगाबाद से चुनाव मैदान में उतरने से खुद ही इंकार कर चुके हैं। यहां उनके भाई सीताशरण शर्मा बीजेपी के विधायक हैं।
गिरिजाशंकर शर्मा के कांग्रेस में जाने के सवाल पर नर्मदापुरम के जिलाध्यक्ष माधवदास अग्रवाल ने नपी तुली प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि बीजेपी के समर्पित कार्यकर्ता—नेता पार्टी के ही साथ हैं। बीजेपी के नर्मदापुरम संभागीय प्रभारी पंकज जोशी ने पूर्व विधायक गिरिजाशंकर शर्मा को दलबदलू करार दिया। उन्होंने कहा कि वे बीजेपी से कांग्रेस, कांग्रेस से बीजेपी में आते जाते रहते हैं। उनका खेल जनता समझ चुकी है।
इधर नर्मदापुरम जिला कांग्रेस अध्यक्ष पुष्पराजसिंह पटेल ने कहा कि गिरिजाशंकर शर्मा के आने से जिलेभर में पार्टी को मजबूती मिलेगी। शर्मा और उनके परिवार का जिले की चारों सीटों पर खासा प्रभाव है जिसका लाभ चुनावों में कांग्रेस को मिलना निश्चित है। शर्मा को विधानसभा चुनाव की टिकट देने के संबंध में पटेल ने कहा कि ये कमलनाथ और पार्टी तय करेगी।