मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव राकेश साहनी का बुधवार को दिल्ली में बीमारी के कारण निधन हो गया। उनके निधन से मध्यप्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई। राकेश साहनी जनवरी 2006 से जनवरी 2010 तक शिवराज सरकार के मुख्य सचिव रहे। सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें शिवराज सरकार ने विद्युत नियामक आयोग का अध्यक्ष बनाया था, बाद में नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण (nvda) का चेयरमैन बनाया था। लेकिन, कमलनाथ सरकार आते ही उन्हें तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया था।
सीनियर आइएएस आफिसर राकेश साहनी मध्यप्रदेश में कई जिलों में कलेक्टर और कमिश्रर भी रहे। ग्वालियर कमिश्नर के तौर पर उन्होंने लंबी पारी खेली। बाद में वे मध्यप्रदेश सरकार के मंत्रालय में भी कई विभागों के प्रमुख पदों पर रहे। मुख्य सचिव के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद उन्हें कई अहम पदों की जिम्मेदारी भी शिवराज सरकार ने दी थी। हालांकि कमलनाथ सरकार जब 2019 में आई तो उन्हें हटा दिया था। कमलनाथ सरकार ने उनकी नियुक्ति को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी थी।
मुख्यमंत्री ने दुख व्यक्त किया
इधर, पूर्व मुख्य सचिव राकेश साहनी के निधन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट संदेश में कहा है कि राकेश साहनी जी अत्यंत कुशल, अनुभवी और अत्यंत परिश्रमी प्रशासक थे, जिन्होंने प्रदेश के प्रशासनिक फलक पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है। 2006 से 2010 तक वह प्रदेश के मुख्य सचिव रहे। तत्कालीन समसामयिक चुनौतियों से निपटने व प्रदेश के सर्वांगीण विकास में उनका योगदान अविस्मरणीय रहेगा। राकेश साहनी जी की ऊर्जा क्षेत्र में पूरे देश में पहचान थी। शासन तथा प्रशासन के प्रत्येक आयाम में उनकी गहरी पकड़ एवं अध्ययन था। आज वह हमारे बीच नहीं रहे। राकेश जी का निधन मेरी व्यक्तिगत क्षति है।
चौहान ने कह ाकि परमपिता परमात्मा उनकी दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें। दिवंगत राकेश साहनी जी की सुपुत्री से मेरी फोन पर चर्चा हुई है। बेटी को ढांढस बंधाया। ईश्वर से यही प्रार्थना करता हूं कि बेटी और परिवार को यह गहन दु:ख सहने की शक्ति प्रदान करें।