भोपाल. फौजी मेले में बड़ी संख्या में शहरवासियों ने सेना के उपकरणों को करीब से देखा, छुआ उनके बारे में फौजियों से जानकारी ली और फोटो खिंचवाई। मेले में अब तक 1 लाख से अधिक लोग आ चुके हैं। रविवार को मेले का समापन हुआ। इसमें जल, थल और वायु सेना के शोर्य ने युवाओं में देशभक्ति की अलख जगा दी है। मेले में आने वाले लोगों को सोल्जर्स ऑन फील्ड एक्सपीरिएंस शेयर कर रहे हैं। एनसीसी कैडेट्स और आर्मी की तैयारी कर रहे युवा कमांडर्स और सोल्जर्स से सीधा इंटरेक्ट कर रहे हैं। राजधानी में पहली बार आयोजित हुए इस मेले के बारे लोगों ने अपने अनुभव पत्रिका के साथ साझा किए।
ये उपकरण आएं – रिक्की व्हीकल से दुश्मनों के 5 किमी तक नजदीक जाकर उनकी गतिविधि पर नजर रख सकते हैं। इसकी खासियत यह है कि इससे हम रात में भी दिन की तरह साफ देख सकते हैं। सन 1971 में इस व्हीकल से लड़ाई लड़ी गई थी। बॉर्डर फिल्म में अक्षय खन्ना जिस गाड़ी को लेकर दुश्मनों के पास घूमते हैं। यह उसका मॉडिफाइड वर्जन है।
– पैववे बॉम्ब लेजर गाइडेंस पर काम करता है। पहले ये टारगेट सेट करता है कि कहां ब्लास्ट करना है। इसका वजन 650 किलो होता है। जब इससे ब्लास्ट किया जाता है तो साढ़े तीन से चार किमी रेंज में तबाही मच जाती है। इसे इंडिया और इजराइल द्वारा तैयार किया गया है। लॉन्च होने के 3 से 4 सेकेंड बाद ब्लास्ट होता है।
फौजी मेले में युवाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इतनी बड़ी संख्या में भागीदारी देख कर अच्छा लग रहा है। आने वाले युवा वाकई में देश के लिए समर्पित होने का जज्बा रखते हैं। मुझसे कई बच्चों ने कहा कि हमें आर्मी ज्वॉइन करनी है। इसे लेकर उन्होंने तैयारी शुरू कर दी है। भविष्य की आर्मी और भी ताकतवर होगी।
– लेफ्टिनेंट पीयूष नेमा मैंने बचपन से आर्मी से जुड़ी कई मूवीज देखी हैं और कई किस्से सुने हैं। रील लाइफ में देखकर रोमांच महसूस होता था वो आज पहली बार इस फौजी मेले में देखा। यहां चारों और देशभक्ति की लहर गूंज रही है। मैं नेवी फोर्स ज्वॉइन करना चाहती हूं। इससे जुड़े हथियार और उपकरण देखकर मुझे मेरे फैसले पर और भी गर्व होता है।
– शिवानी कौशल, एनसीसी कैडेट मेले में आर्मी से जुड़े कई यंग और एक्सपीरियंस लोग हैं। दोनों से सीखने को मिल रहा है। ये एक्सपीरिएंस मेरे साथ जिंदगीभर रहेगा। मैं थल सेना का हिस्सा बनना चाहता हूं। मेले में इससे जुड़ी तमाम जानकारी जुटाई है। हम यंगस्टर्स के लिए ये प्रेरणादायक रहा।
– राजीव कुमार मिश्रा, एनसीसी कैडेट देश की रक्षा करना हम सब की जिम्मेदारी है। यहां देश की सैन्य ताकत से रूबरू हुए। प्रदर्शनी में जल, थल और वायु सेना के फाइटर प्लेन, टैंक, मिसाइल, गन्स और मॉडर्न टेक्नीक के कई सारे इक्विमेंट्स हैं।
– जय सिंह, एनसीसी कैडेट
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