भोपाल से मुम्बई, पुणे तक की डिलीवरी
जहांगीराबाद निवासी फराज ऑनलाइन बकरों की खरीद और फरोख्त का काम कर रहे हैं। फेसबुक के जरिए अब तक दो सौ से ढाई सौ बकरों की बिक्री कर चुके हैं। फराज ने बताया कि ऑनलाइन मार्केट को बेहतर रिस्पांस मिल रहा है। भोपाल के अलावा मुम्बई तक बिक्री कर चुके हैं। बकरों के दाम इनकी ब्रीड के आधार पर तय होते हैं। अभी कोटा, मालवा और जमना पारी बकरों की काफी मांग है। इनकी ऊंचाई और वजन अधिक होता है।
इंस्टाग्राम पर चैनल बनाकर बकरा मार्केट में ऑनलाइन काम कर रहे समद बताते हैं दरअसल, पिछले कुछ सालों से बकरों के ऑनलाइन मार्केट में तेजी आई। कोरोना के दौर में यह थोड़ा थमा था लेकिन अब फिर तेजी है। ऑनलाइन खरीद फरोख्त के तहत पहले ओएल एक्स और क्विकर पर पर भी खरीदी होती थी। यहां कुछ नए नियमों के चलते अब कम आई है। अब यू ट्यूब चैनल, फेसबुक, इंस्ट्राग्राम पर कई विक्रेता मौजूद है
इश्तेहार में बकरों के लुक से लेकर क्वालिटी तक की जानकारी
ऑनलाइन बिक्री में बकरों के आकर्षक फोटो बेवसाइट और सोशल मीडिया है। इनकी क्वालिटी भी दी गई है। इन पर क्लिक करने के बाद मोबाइल नंबर मिलता है। खरीदार नंबर पर संपर्क कर रेट और बाकी चीजों की जानकारी ले सकता है। दायरा बढऩे के चलते यहां सुविधाएं बढ़ाई जा रही है। होम डिलेवरी भी उपलब्ध जहांगीराबाद के फाजिल ने बताया कि बकरों की कीमत के आधार पर होम डिलीवरी की भी सुविधा दी जा रही है। लेकिन यह चुनिंदा बकरों के लिए है। मुम्बई से ऑनलाइन डिमांड ज्यादा होती है।
शहर में आठ स्थानों पर हाट बाजार
राजधानी में बकरों की बिक्री के लिए आठ प्रमुख हाट बाजार है। गांधी नगर, सुभाष नगर, भोपाल टॉकीज, शब्बन चौराहा सहित बाकी जगहों पर हर रोज बड़ी संख्या में लोग जमा हो रहे हैं। करीब दस साल से बकरों के कारोबार से जुड़े मुबीन खान ने बताया कि हाट में अभी 15 हजार से पचास हजार तक के बकरे हैं। दाम लगातार बदलते रहते हैं।