आपको बता दें कि, ये वैक्सीनेशन कैंपेन मध्य प्रदेश के भोपाल और इंदौर जिले के साथ साथ चार जिलों में शुरू किया जाएगा। जिसमें इंदौर, भोपाल, सागर और नर्मदापुरम जिले शामिल हैं। इसके पूर्व विदिशा और रायसेन जिले में ये अभियान पहले ही चलाया जा चुका है। जहां अब नियमित टीकाकरण में भी ये टीका दिया जाने लगा है।
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देश में सबसे ज्यादा केस यूपी में
आपको बता दें कि देशभर में ‘जापानी बुखार’ के सबसे सबसे ज्यादा मामले एमपी से सटे राज्य उत्तर प्रदेश में सामने आ रहे हैं। मध्य प्रदेश में भी ‘जापानी बुखार’ के के केस रिपोर्ट किए जा चुके हैं। अभियान के अंतर्गत ये टीका 1 से 15 साल तक के बच्चों को लगाया जाएगा।
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क्या है जापानी बुखार ?
जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि ये जापानी दिमागी बुखार है, इससे संक्रमित होने पर बच्चे को फिट्स आने लगते हैं, बेहोशी होती है और अत्यंत गंभीर स्थिति में मृत्यु भी हो सकती है।
12 बीमारियों से मिलेगी सुरक्षा
इस वायरल बीमारी से बचने का सबसे सुरक्षित उपाय वैक्सीनेशन है। शुरुआत में सभी टीकाकरण केन्द्रों पर सामुदायिक स्तर पर टीकाकरण किया जाएगा और फिर नियमित टीकाकरण सारणी में ये टीका जुड़ जाएगा। इसके साथ ही पहले टीकाकरण के माध्यम से बच्चों को 11 बीमारियों से सुरक्षा मिलती थी, जो अब बढ़कर 12 बीमारियों से सुरक्षा मिलेगी। सभी परिजन से अपील कि गई है वे अपने 1 से 15 साल के बच्चों को इस बीमारी से सुरक्षित रखने के लिए जे.ई. का टीका जरूर लगवाएं।