मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में भय्यूजी महाराज की मौत की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। दिग्विजय ने इसके लिए शिवराज सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि भय्यूजी महाराज ने मुझसे फोन पर बात करते हुए कई बातें की थीं। वे नर्मदा में शिवराज सरकार द्वारा हो रहे अवैध खनन को लेकर चिंतित थे। उन्हें मुंह बंद रखने के लिए मंत्री पद का ऑफर भी दिया गया था। उन्होंने मुझसे फोन पर हुई बातचीत में कहा था कि यह ऑफर उन्होंने ठुकरा दिया था।
संत और आध्यात्मिक गुरु भय्यूजी महाराज (उदय राव देशमुख) ने मंगलवार (12 जून) को अपने खंडवा रोड स्थित घर पर खुद को पिस्तोल से गोलीमार ली थी। सुसाइड नोट में उन्होंने तनाव मुख्य वजह बताया था। पुलिस सुसाइड नोट के आधार पर मामले की जांच कर रही है। दिग्विजय ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है।
पुलिस बोली- कोई संदेह नहीं
इससे पहले डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र ने मीडिया की उन अटकलों को खारिज कर दिया, जिसमें हत्या का संदेह होने की बात पूछी गई थी। पुलिस का कहना है कि घटना का स्वरूप और इसकी प्रकृति एकदम स्पष्ट है। भय्युजी ने आत्महत्या जैसा बड़ा कदम क्यों उठाया, इसकी अलग-अलग पहलुओं पर विस्तृत जांच की जा रही है।
भय्यूजी महाराज ने मरने से पहले केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को उन्होंने जन्म दिवस की बधाई दी। इसके बाद लिखा है कि वे भारतीय जनता पार्टी के प्रसिद्ध नेता हैं, जो भारत के केंद्रीय ग्रामीण विकास पंचायती राज, पेयजल और स्वच्छता मंत्री हैं। मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता नरेंद्र सिंह तोमर संगठनात्मक क्षमता के साथ ही प्रशासन पर मजबूत पकड़ और कुशल रणनीतिकार के रूप में जाने जाते हैं। एक जमीनी कार्यकर्ता के रूप में उनकी छवि आमजन में अंकित है। बहोत ही सादगी और सिद्धांति जीवन यापन करने वाले कर्मठ, स्पष्टवादी और मजबूत इरादों के नरेंद्र सिंह तमर का सूर्योदय परिवार के सामाजिक कार्य में मार्गदर्शन एवं सहयोग प्राप्त होता है।
यह भी चौकाने वाली बात है कि भय्यूजी महाराज ने जब अपने आप को गोली मारी, उसके बाद भी उनका ट्वीटर अकाउंट कोई हैंडल करता रहा। उसके जरिए बधाई के पोस्ट जारी थे।
भय्यू महाराज का वास्तिवक नाम उदयसिंह देशमुख है। इंदौर में बापट चौराहे पर उनका आश्रम है जहां से वे अपने ट्रस्ट के सामाजिक कार्यों का संचालन करते हैं। भय्यू महाराज की पहली पत्नी का नाम माधवी है जिनका निधन हो चुका है। माधवी से उनकी एक बेटी कुहू है जो फिलहाल पुणे में पढ़ाई कर रही है। भय्यू महाराज ने दूसरी शादी डॉक्टर आयुषी से की है जो उनके साथ कई वर्षों से उनके ही आश्रम में सेवा में लगी थी।
भय्यू महाराज की हर क्षेत्र में पहुंच मानी जाती है। फिल्म, राजनीति हो या फिर समाजसेवा। वे हर जगह सक्रिय रहते हैं। उनके आश्रम में वीआईपी संत आते हैं। देश के कई बड़े राजनेता, अभिनेता, गायक और उद्योगपति उनके आश्रम आ चुके हैं। इनमें पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, पीएम नरेंद्र मोदी, शिवसेना के उद्धव ठाकरे और मनसे के राज ठाकरे, लता मंगेशकर, आशा भोंसले, अनुराधा पौडवाल, फिल्म एक्टर मिलिंद गुणाजी भी शामिल हैं।