घटना के तुरंत बाद ही फायर फाइटर टीम मौके पर पहुंच गई थी, लेकिन कार्यप्रणाली सही नहीं थी, जिस वजह से आग भड़की। लूज वायरिंग और समय पर रखरखाव न होने के कारण भी आग लगने का बड़ा कारण बताया गया है। बता दें कि पीडब्ल्यूडी के पास रखरखाव की पूरी जिम्मेदारी थी। जांच की जिम्मेदारी एसीएस हेल्थ के प्रमुख सचिव मोहम्मद सुलेमान समेत 7 सदस्यों को दी गई थी। कमेटी ने 3 दिन में प्रारंभिक रिपोर्ट सौंपी है। 15 दिन में फाइनल रिपोर्ट सामने आएगी।
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बीते शनिवार को राजधानी भोपाल स्थित राज्य सचिवालय वल्लभ भवन में भीषण आग लग गई थी। इस आगजनी में अहम सरकारी दस्तावेज जलकर राख हो गए हैं। 5-6 लोगों के फंसे होने की भी खबर थी, जिन्हें रेस्क्यू टीम द्वारा सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था। करीब 4 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू भी पा लिया गया। इस आगजनी के बाद विपक्ष भी प्रदेश की मोहन सरकार पर जमकर हमलावर हुई थी। हालांकि इस अग्निकांड को लेकर सीएम मोहन यादव ने जांच के आदेश दिए थे।