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कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने तंज कसते हुए कहा कि बाढ़ प्रभावितों को भले राहत ना मिले ,चलेगा लेकिन केंद्रीय मंत्री के दौरे के दौरान, उनके सामने बाढ़ प्रभावितों को आने से यदि अधिकारी गण रोक लेते तो आज उनकी कुर्सी सही सलामत रहती ?
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केंद्रीय मंत्री की गाड़ी को रोककर विरोध के बाद श्योपुर जिला के अधिकारियों पर गाज गिरना शुरु हो गई पहले राहत बचाव कार्य में लापरवाही पर दिले के कलेक्टर राकेश श्रीवास्तव और एसपी संपत उपाध्याय फिर श्योपुर नगरपालिका की सीएमओ मिनी अग्रवाल को भी हटाने के आदेश जारी हो गए हैं।
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अब नगर पालिका की जिम्मेदारी सीधे तौर पर नगरीय प्रशासन आयुक्त निकुंज श्रीवास्तव संभालेंगे। वही शिवम वर्मा जिले के नए कलेक्टर और अनुराग सुजानिया को श्योपुर के नए एसपी है। श्योपुर में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने निकले केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर को शहर में बाढ़ पीडितों के विरोध का सामना करना पड़ा। उन्हें पुलिस सुरक्षा में निकलना पड़ा। पुल दरवाजे से लेकर गोलम्बर तक मंत्री की सुरक्षा में एसपी संपत उपाध्याय और दो दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी घेरा बनाकर चले। काफिले के साथ चल रही गाड़ियों पर लोगों ने कीचड फेंका। वहीं मुर्दाबाद के नारे लगाए और खरी-खोटी सुनाई।
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लोगों ने मंत्री से कहा कि कलेक्टर को हटाओ, उसकी वजह से हमारा यह हाल हो गया। यहां से तोमर का काफिला आगे बढ़ा ही था कि लोगों ने एक बार फिर गाड़ी रोक ली और कहा कि अब यहां क्यों आए हो, हम तो बर्बाद हो गए। आक्रोशित महिलाएं भी केन्द्रीय मंत्री की गाडी के सामने आ गईं। महिलाओं ने कहा कि अब क्या लेने यहां आए हो। वापस चले जाओ। ऐसे ही शहर के वार्ड 10 के इलाके में चंबल नहर किनारे नगर पालिका कर्मियों द्वारा मृत जानवर फेंके जाने और बदबू से परेशान वार्ड के लोगों ने शनिवार को श्योपुर-सवाईमाधोपुर नेशनल हाइवे पर जाम लगा दिया। बाढ़ में अपना सबकुछ गंवाने वाले पीड़ितों का गुस्सा जनप्रतिनिधियों और नेताओं पर फूट रहा है।
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