सेना और पुलिस में रोजगार दिलाएगी पार्थ योजना
खेल एवं युवा कल्याण विभाग बुधवार को पार्थ (PARTH) योजना शुरू होगी। इस योजना का पूरा नाम पुलिस आर्मी रिक्रूटमेंट ट्रेनिंग एंड हुनर योजना है। इसके तहत प्रदेश के युवाओं को भारतीय सेना, पुलिस, पैरा मिलिट्री फोर्स आदि में रोजगार के अवसर के लिए भर्ती पूर्व प्रशिक्षण दिया जाएगा। खेल विभाग के संभागीय कार्यालयों में पार्थ योजना के तहत प्रशिक्षण का इंतजाम किया जाएगा। इसके लिए मामूली शुल्क तय किया जाएगा, ताकि ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंद युवा इस योजना का लाभ लेकर प्रशिक्षण प्राप्त कर सकें। इसमें आर्मी, पुलिस आदि ज्वॉइन करने के लिए युवाओं को शारीरिक और लिखित दोनों तरह की परीक्षाओं की तैयारी कराई जाएगी।
एमपी युवा प्रेरक अभियान से मिलेगा मार्गदर्शन
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि बुधवार से मध्यप्रदेश युवा प्रेरक अभियान शुरू होगा। इसके लिए स्टार्टअप या बिजनेस चला रहे या अच्छे पदों पर काम कर रहे सफल युवाओं को जोड़ा जाएगा। युवाओं के लिए एक पोर्टल भी बनाया जा रहा है। इस पोर्टल पर सफल युवाओं के साथ अन्य युवा भी जुड़ सकेंगे। सफल युवा अपने सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत मेंटर की तरह काम करते हुए अन्य युवा और किशोरों को कॅरियर और जीवन में सफल होने के लिए मार्गदर्शन देंगे। सीएम इस मिशन की शुरुआत करेंगे।
स्वामी विवेकानंद युवा शक्ति मिशन
स्वामी विवेकानंद युवा शक्ति मिशन में युवाओं को न सिर्फ रोजगार योग्य बनाया जाएगा, बल्कि रोजगार देने योग्य क्षमता भी पैदा की जाएगी। 12 जनवरी से मिशन शुरू करने की सहमति दी। सीएम मिशन की बैठकें लेंगे, सीएस त्रैमासिक समीक्षा करेंगे। सूत्रों के मुताबिक कैबिनेट में मंत्री विश्वास सारंग ने कह कि युवा शक्ति मिशन युवाओं से जुड़ा है इसलिए खेल एवं युवा कल्याण विभाग को नोडल बनाएं। पर सुझाव नहीं माना। तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार विभाग को नोडल बनाया। मिशन में युवाओं के लिए यह भी होगा वैश्विक प्रशिक्षण संस्थानों व कौशल विवि की स्थापना। सभी जिलों में औद्योगिक पार्क की स्थापना। स्टार्टअप शुरू करने वाले युवाओं को सरकार से मदद के विकल्प को आसान बनाना। युवाओं को नशे से दूर किए जाने के प्रबंध करना। सीएसआर फंड का उपयोग युवाओं को समृद्ध बनाने में करना।
ये तय किए लक्ष्य 2030 तक कुशल श्रमिक जितनी आय के साधन बनाना। 2028 तक 12वीं तक शिक्षा उद्यमिता को बढ़ावा देना। गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा, कौशल विकास, रोजगार योग्य बनाना। मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य के प्रति गंभीरता। 2028 तक 70% में समाज के प्रति सकारात्मक सोच बनाना। खेल, संस्कृति व पर्यावरण के क्षेत्र में भागीदारी बढ़ाना।