ये है मामला
आम चुनाव से पहले जहां केंद्र में सत्तारूढ़ दल भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों की बैठक पटना में आयोजित की गई। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने शुक्रवार को इस बैठक की अध्यक्षता करते हुए महागठबंधन की तैयारी शुरू कर दी है। पटना में हुई इस बैठक में बिहार के सीएम नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान, कांग्रेस अध्यक्ष खरगे, राहुल गांधी, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती समेत कई बड़े नेता पहुंचे हैं।
सीएम ने किया ट्वीट
विपक्षी दलों की इस बैठक पर तंज कसते हुए सीएम शिवराज ने हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट किया है कि ‘सुना है पटना में फिर काठ की हांडी चढ़ी है…’
जबकि एक दिन पहले गुरुवार को भी सीएम शिवराज सिंह चौहान ने विपक्षी दलों की बैठक पर तंज कसते हुए कहा था कि जब बाढ़ आती है, तो लोग जान बचाने के लिए एक ही पेड़ पर जमा हो जाते हैं। सीएम ने कहा कि पीएम मोदी के समर्थन की बाढ़ से डर कर सभी एक पेड़ पर बैठने की कोशिश में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि बाढ़ में बाकी लोग पेड़ पर शांत बैठकर पानी उतरने का इंतजार करते हैं, यहां तो लोग बाढ़ के समय में ही लड़ रहे हैं।
पटना में शुक्रवार को विपक्षी दलों की बैठक पर प्रदेश के गृहमंत्री ने निशाना साधा है। उन्होंने विपक्षी गठबंधन कहा है और उनके अंदरूनी मतभेदों पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल भले ही एकता की बात करते हैं, एकता के लिए बैठकें कर रहे हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर देखा जाए तो ये केवल दिखावा है, विपक्षी गठबंधन की गुंजाइश ही नहीं है।
इस बैठक और महागठबंधन की तैयारियों पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा कि कम्युनिस्टों को ममता जी पसंद नहीं, ममता जी को कांग्रेस पसंद नहीं। कांग्रेस को केजरीवाल पसंद नहीं हैं। केजरीवाल को समाजवादी पार्टी पसंद नहीं है। सपा को उद्धव पसंद नहीं हैं। उद्धव को महबूबा मुफ्ती पसंद नहीं हैं। गृहमंत्री ने आगे कहा कि ये लोग एक-दूसरे को ही पसंद नहीं करते और चाहते हैं कि जनता इन्हें पसंद करे।
जनता की पहली पसंद बीजेपी और मोदी
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जनता को जिसे चुनना था चुन लिया। जनता की पहली पसंद अब बीजेपी बन चुकी है। वहीं पीएम नरेंद्र मोदी जनता की पहली पसंद है।