जनता से संबोधन में शिवराज ने कहा कि, ग्राम स्तरीय पंचायत स्तरीय वार्ड स्तर पर क्राइसिस मैनेजमेंट समिति द्वारा गंभीरता से लिया जाए। साथ ही, जिस किसी में भी लक्षण नजर आएं उनका तुरंत कोरोना टेस्ट कराया जाए। सीएम ने ऐसे लोगों पर सख्त निगरानी रखने को कहा है। उन्होंने आगे कहा कि, ब्लॉक स्तर पर कोविड केयर सेंटर और अस्पताल की व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद रखा जाए। जिला स्तर पर टेस्ट बढ़ाने होंगे। हर जिले में कम से कम एक कोविड केयर सेंटर तत्काल रूप से शुरु करना होगा, ताकि जरूरत पड़ने पर मरीज को वहां भर्ती किया जा सके।
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संक्रमण फैलने से रोकने के लिए ये बात बेहद जरूरी
मुख्यमंत्र ने आगे कहा कि, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग पर हमारा खास फोकस होना चाहिए। संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए ये बेहद जरूरी है। मामूली लक्षण वाले मरीजों को कोविड केयर सेंटर में रखें। अंतरराज्यीय आवागमन की निगरानी विशेष तौर पर करें। अस्पतालों में बेड, दवाइयां, उपकरण और ऑक्सीजन की व्यवस्था सुनिश्चित करें। उपकरणों को जांच परख लें कि वो चालू हालत में हैं या नहीं। कम से कम 1 महीने की जरूरत के अनुसार दवाओं और उपकरणों का खास ध्यन होना चाहिए।
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निजी अस्पतालों से अनुबंध बढ़ाएं- शिवराज
सीएम ने निजी अस्पतालों के अनुबंध की अवधि को भी 1 जनवरी से 31 मार्च 2022 तक बढ़ाने के निर्देश दिए हैं, ताकि आवश्यकता पड़ने पर निजी अस्पतालों में भी मरीजों का इलाज किया जा सके। प्राइवेट अस्पतालों में मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना के अंतर्गत निःशुल्क उपचार होगा। 31 हजार बिस्तर अभी हमारे शासकीय अस्पतालों में हैं। हम कम से कम 25 हजार दूसरे प्राइवेट अस्पतालों के बिस्तर भी तैयार करके रखें। ये अनुबंध जल्दी से जल्दी कर लें, ताकि लोगों को निःशुल्क उपचार मिल सके।
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