डीजल महंगा होने से मालभाड़ा पर भी असर आया है। हालांकि जनवरी की तुलना में डीजल की कीमत में मात्र एक रुपए की तेजी वर्तमान में है, लेकिन अप्रेल में डीजल के भाव 118 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच गए थे। उसके साथ ही मालभाड़ा सहित भवन निर्माण सामग्री में जो तेजी आई थी, वह अब भी बरकरार है। यानी डीजल के रेट कम होने का लाभ ग्राहकों को नहीं मिल रहा।
सरिया तपा फिर ठंडा हुआ
इस साल जनवरी से लेकर अब तक के भावों को लेकर देखें तो सरिया के काम में बीते छह माह में 600 से 700 रुपए प्रति विटल की तेजी आई है लेकिन अप्रैल की गर्मी में सरिया की कीमतें में रिकॉर्ड तेजी दर्ज की गई थी। अपेल में सरिया 8600/8700 रुपए प्रति क्विटल तक के हाई स्तर पर पहुंच गया था। इसके बाद केन्द्र सरकार ने स्टील के रॉ मटेरियल पर इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ा दी, जिससे निर्यात होने वाले आई और देश में सरिया के दाम नीचे आने लगे। स्टील के थोक विक्रेता शेलेन्द्र गुप्ता का कहना है कि स्टील के दाम कम होने ग्राहकी निकली है लेकिन आगे बारिश के सीजन में मांग कमजोर हो सकती है।
इस तरह बढ़ीं निर्माण सामग्री की कीमतें
निर्माण सामग्री जनवरी 2022 जून 2022
सरिया 6000 /6200 6700 /6750 (रु./क्विंटल)
सीमेंट 315/320 375/380 (रु./बोरी)
रेत 28/30 47/48 (रु./घनफीट)
गिट्टी 20/21 22/23 (रु./घनफीट)
ईंट (घोल वाली) 700/800 1000/1100 (रु./हजार)
फ्लाऐश ब्रीक्स 550/560 640/650 (रु./हजार)
स्रोत : थोक एवं खेरची विक्रेताओं से प्राप्त भाव।
-स्टील को छोडक़र अन्य निर्माण सामग्री में तेजी बनी हुई है। आगे बारिश में निर्माण कार्य कम होने एवं डिमांड घटने से रेट में मंदी की उम्मीद की जा सकती है।
बलदेव खेमानी, अध्यक्ष,लोहा व्यवसायी एवं निर्माता संघ
-निर्माण सामग्री महंगी होने का असर मकानों पर आ रहा है। कीमत बढ़ती जा रही है। प्रॉफिट मार्जिन कम करके ग्राहकों को मकान उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
नमन अग्रवाल, अध्यक्ष, क्रेडाई, यूथ विंग, मप्र
-मकान बनाने वाली सामग्री की कीमतों में बीते छह माह में 30 प्रतिशत से अधिक की तेजी आ गई है। श्रम शक्ति का मेहनताना, मालभाड़ा भी बढ़ गया है।
विकास रमतानी, एमडी, सुरभि लाइफस्पेसेस