जानकारी के अनुसार शिव कुमार प्रजापति 45 वर्ष निजी काम करता है। मंगलवार शाम करीब 6:30 बजे पत्नी किराने की दुकान पर दाल लेने जा रही थी वह भी पीछे पीछे थोड़ी दूर तक गया। इसके बाद शिव कुमार प्रजापति घर के पास ही खड़ा हो गया।
बालकनी से नीचे छलांग लगा दी
इतने में शाहजहांनाबाद थाना क्षेत्र के बाजपेयी नगर में दो पुलिसकर्मी पहुंचे और लोगों को डंडे से मानने लगे। पुलिस के द्वारा लोगों की पिटाई होते देख शिव कुमार प्रजापति घर की ओर भागा, लेकिन थोड़ी देर बाद 10 से 15 पुलिसकर्मी बाजपेयी नगर पहुंचे और लोगों के घर में घुसकर मारने लगे। इससे शिव कुमार प्रजापति काफी डर गया और पुलिस से बचने के लिए बालकनी से नीचे छलांग लगा दी।
मैं दर्द से बेसुध हो गया
शिवकुमार ने पत्रिका को बताया कि मैं बालकनी से नीचे कूदा तो दो पुलिसकर्मी ने पकड़ लिया। पैर में चोट लगने से दर्द से कराह रहा था। शिव कुमार प्रजापति ने पुलिसकर्मियों को बताया कि मेेरे पैर में चोट लगी है पर पुलिस वाले नहीं माने और डंडे बरसाते रहे।
दर्द से असहाय हो गया
शिव कुमार प्रजापति ने बताया कि मैं दर्द से असहाय हो गया तब पुलिस वाले मारना बंद किया। मेरे दोनों पैर काफी सूज चुके थे। मैं बेसुध हो गया था। इसके बाद पुलिस थाने लेकर आई और हमें हमीदिया अस्पताल लेकर पहुंची। पैर फैक्चर होने पर प्लास्टर बांधा और छुट्टी दे दी। डॉक्टर ने दवा नहीं दी जिससे दर्द हो रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
मारपीट का आरोप गलत
बाजपेयी नगर में बड़ी संख्या में लोग बिना मास्क के खड़े थे। पुलिस ने घर के अंदर रहने को कहा तो लोग पत्थर फेंकने लगे। पुलिस पीछे हटी तो भगदड़ मच गई। शिवकुमार ने बालकनी से छलांग लगा दी जिससे पैर फैक्चर हो गया। मारपीट का आरोप गलत है।
जहीर खान, टीआई शाहजहांनाबाद