आयोजकों द्वारा जारी गाइडलाइन में यह भी कहा गया है कि गरबा पंडालों में माता की पूजा की जाती है इसीलिए यहां दूसरे धर्म के लोगों को नही आना चाहिए। इसे लेकर गरबा स्थल के आस पास पोस्टर्स भी लगाए जा चुके है। राज्य सरकार में मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी ने भी गरबा महोत्सव में गैर हिंदू धर्म के लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध की पैरवी की है।
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भोपाल के आयोजकों ने गैर हिंदू धर्म के लोगों के सामने एक विचित्र सी शर्त रखी है। उन्होंने कहा कि कोई भी गैर हिंदू व्यक्ति अगर गरबा खेलना चाहता है तो उसे हिंदू धर्म अपनाना होगा। इसके अलावा आयोजकों अपनी गाइडलाइन में यह भी कहा है कि जो भी लोग गरबा स्थल पर पहुंचे वह अपने साथ पहचान पत्र रखे। इसके अलावा अपने माथे पर तिलक और हाथ में कलावा पहनकर ही गरबा स्थल में पहुंचने की बात भी गाइडलाइन में की गई है। गरबा में बजने वाले गानों को लेकर भी दिशा निर्देश दिए गए है कि गरबा खेलते वक्त वही गाने बजेंगे जो पहले से तय होंगे। किसी भी प्रकार के अश्लील और फूहड़ गाने नही बजेंगे।
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गरबा महोत्सव स्थल में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध के समर्थन में मध्य प्रदेश सरकार में संस्कृति पर्यटन, धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेंद्र सिंह लोधी ने भी किया है। उन्होंने कहा कि गरबा महोत्सव में आने वाले लोगों का सत्यापन होना चाहिए क्योंकि कुछ असामाजिक तत्व भी प्रवेश कर सकते हैं। इससे कई बार ऐसी परिस्थितियाँ पैदा हो जाती हैं जो नहीं होनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि मेरा मानना है कि अगर सत्यापन प्रक्रिया है और प्रवेश आधार कार्ड के आधार पर होता है, तो मुझे नहीं लगता कि इसमें कुछ गलत है।