मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में सोमवार को बुरे हालात हो गए हैं। शहर की बावड़िया कला स्थित इंडस एम्पायर कॉलोनी की एक मंजिल पानी में डूब गई है। करीब 40 मकानों में 18 परिवार फंस गए हैं। नाव से पहुंचकर लोगों को रेस्क्यू किया जा रहा है।
200 कालोनियों में भरा पानी
भोपाल के कोलार क्षेत्र में सबसे ज्यादा हालात खराब हैं ललिता नगर और नयापुरा की 50 से अधिक दुकानों में एक से दो फीट तक पानी भरा हुआ है। बावड़िया कला, दानिशकुंज, मंदाकिनी, शाहपुरा, करोंद, भानपुर, शिवनगर छोला, ऐशबाग, टीलाजमालपुरा, महामाई का बाग, ईंटखेड़ी, आनंद नगर, मिरसोद, बागसेवनिया, आकृति इको ग्रीन सिटी, रातीबड़ समेत 200 से अधिक कालोनियों के घरों में पानी पहुंच गया है।
भोपाल में 150 से अधिक पेड़ गिरे
भोपाल में तेज आंधी के कारण 150 से अधिक पेड़ टूट कर सड़कों पर गिर गए। इससे आवागमन बाधित हो रहा है। नगर निगम और बिजली विभाग का दल भी फील्ड में है और ऐसे इलाकों को क्लीयर करने का काम किया जा रहा है।
भोपाल में क्रूज डूबा
भोपाल के बड़े तालाब में पर्यटकों को सैर कराने वाला क्रूज भी पानी में डूब गया है। इसके साथ ही कई नाव भी तेज हवा के झोकों में एक छोर से दूसरे छोर तक बह गई हैं।
भदभदा और कलियासोत के गेट खुले
भोपाल में बड़े तालाब में अधिक पानी भर जाने के कारण भदभदा के गेट खोल दिए गए हैं। इसका पानी कलियासोत डैम में डाला है, उसमें पहले से ही पानी भरा होने के कारण कलियासोत डैम के 7 गेट खोल दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि कलियासोत डैम के गेट खुल जाने से बेतवा का जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर हो गया है। विदिशा में बाढ़ से हालात बिगड़ जाने के कारण वायुसेना की मदद मांगी गई है।