अशोक गहलोत ने कहा- मुख्यमंत्रियों के इस्तीफे की पेशकश पर क्या फैसला लिया जाना है? यह हाईकमान को तय करना है। उन्होंने कहा कि हमने राहुल से अध्यक्ष पद पर बने रहने की अपील की है। हमें उम्मीद है कि वे हमारी अपील पर ध्यान देंगे। इसके साथ ही गहलोत ने पीएम मोदी ( pm modi ) पर भी उन्होंने निशाना साधा। पीएम मोदी पर हमला करते हुए गहलोत ने कहा- सत्ता पक्ष ने देश को राष्ट्रभक्ति के नाम पर भ्रमित किया। मोदी जी ने सेना के पीछे छिपकर राजनीति की। लोगों को धर्म के नाम पर भटकाया। राहुल गांधी ने जिस तरह से चुनाव कैंपेन किया उसकी लोगों ने सराहना की है।
कमलनाथ ने की थी इस्तीफे की पेशकश
कमल नाथ मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने पहले भी कहा था कि सत्ता और संगठन का काम एक साथ नहीं किया जा सकता है इसलिए वो कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना चाहते हैं। हालांकि लोकसभा चुनाव तक उन्हें पार्टी अध्यक्ष बनाए रखे जाने का फैसला किया गया था।
राहुल गांधी के बयान के बाद मध्यप्रदेश के सीएम कमलनाथ ने प्रदेश में हार की जिम्मेदारी ली है। साथ ही उन्होंने कहा था कि मैंने लोकसभा चुनाव के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद छोड़ने की बात कह दी थी। उसके बाद उन्होंने अध्यक्ष पद छोड़ने की पेशकश फिर से की। मध्यप्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस को केवल एक सीट पर जीत मिली है।
मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। दीपक बाबरिया मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रभारी तो थे ही, साथ में वह कांग्रेस के महासचिव भी थे। साथ ही दीपक बाबरिया ने प्रदेश में हार की भी जिम्मेदारी ली है।
मध्यप्रदेश के सीएम कमलनाथ, पंजाब के कैप्टन अमरिंदर सिंह, राजस्थान के अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के भूपेश बघेल, पुडुचेरी के वी नारायणस्वामी कांग्रेस अध्यक्ष से मिलने उनके आवास पहुंचे। वहां घंटों कांग्रेस शासित राज्यों के सीएम के साथ राहुल गांधी ने चर्चा की।