शनिवार को भिंड Bhind के लहार स्थित डॉ. गोविंद सिंह के मकान की नपाई करने राजस्व विभाग के अधिकारी-कर्मचारी पुलिस बल के साथ पहुंचे। पुलिस बल के साथ घर में घुसने से कांग्रेसी गुस्सा उठे। डॉ. गोविंद सिंह Dr Govind Singh के समर्थकों ने प्रशासन की कार्रवाई का विरोध करना चालू कर दिया।
यह भी पढ़ें : एमपी में अवैध मकानों पर चलेगा बुलडोजर, नपती का काम शुरु होते ही मच गया हड़कंप डॉ. गोविंद सिंह पर सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर मकान बनाने का आरोप है। स्थानीय रहवासियों का कहना है कि सार्वजनिक रास्ते पर कब्जा कर मकान बनाया गया है जबकि डॉ. गोविंद सिंह Dr Govind Singh और उनके परिजन इसे पुश्तैनी जमीन बता रहे हैं।
इससे पहले 18 जुलाई को भी डॉ. गोविंद सिंह Dr Govind Singh की हवेली की नपाई की गई थी। तब सात घंटे तक जमीन की नापजोख का काम चला था। 19 जुलाई को डॉ. गोविंद सिंह के पुत्र कोर्ट पहुंचे पर उनकी याचिका खारिज हो गई।
इसके बाद शनिवार को पुलिस बल के साथ राजस्व अमला फिर मौके पर पहुंचा और नपाई का काम शुरु कर दिया। मकान के अंदर पुलिस घुसी तो कांग्रेसियों ने विरोध किया। समर्थकों के हंगामे से यहां जबर्दस्त तनाव की स्थिति बन गई। डॉ. गोविंद सिंह ने बीजेपी के विधायक अंबरीश शर्मा पर भी अतिक्रमण करने का आरोप लगाते हुए कहा अन्य अतिक्रमणों को क्योें छोड़ा जा रहा है। उन्होंने बीजेपी विधायक पर परेशान करने का भी आरोप लगाया।
मामला गरमाता देख एसडीएम विजय सिंह यादव ने कमान संभाली। उन्होंने डॉ. गोविंद सिंह और उनके समर्थकों को समझाइश देकर शांत किया। इसके बाद दोबारा नपाई शुरु हुई। दोनों तरफ से बंद किया आम रास्ता
डॉ. गोविंद सिंह Dr Govind Singh पर आरोप है कि उन्होंने मकान बनाकर दोनों ओर लोहे के गेट से आम रास्ता बंद कर दिया है। वार्ड 12 के लोगों को आवागमन के लिए उपयोग में आनेवाला रास्ता उत्तर-दक्षिण दोनों दिशाओं में बंद किया गया है।
लहार में भिंड-भांडेर रोड पर स्थित हवेली की स्थानीय लोगों ने शिकायत की थी। सरकारी रास्ते पर कब्जे की शिकायत के बाद प्रशासन द्वारा ये कार्रवाई की जा रही है। नपाई करने राजस्व अमला भारी पुलिस बल के साथ पहुंचा है। अतिक्रमण होने पर मकान टूट भी सकता है।
लहार के पूर्व पार्षद बाबूलाल टैगाेर ने पूर्व में कलेक्टर और एसडीएम को इस संबंध में ज्ञापन दिया था। उन्होंने ज्ञापन में कहा था कि कांग्रेस नेता पूर्व विधायक डॉ. गोविंद सिंह Dr Govind Singh की कोठी के अंदर से वार्ड क्रमांक 12 के लिए आम रास्ता है जिसे बंद कर दिया गया है। 4 जुलाई 2024 को की गई शिकायत में उन्होंने बताया कि सर्वे क्रमांक 2711, 2715, 2716 मौजा लहार में पूर्व से ही यह आम रास्ता के रूप में दर्ज है।
बाबूलाल टैगाेर की शिकायत पर 18 जुलाई को राजस्व अमले ने डॉ. गोविंद सिंह की कोठी के आसपास की जमीन नापी।
मकान के सीमांकन के दौरान लहार के अलावा असवार, मिहोना, दबोह, आलमपुर, रावतपुरा आदि थानों से भी पुलिस फोर्स बुलाकर यहां तैनात कराया गया था। एसडीएम विजय सिंह यादव खुद यहां मौजूद रहे थे।
शनिवार को दोबारा राजस्व अमले की नापजोख की खबर फैलते ही राजनैतिक हलचल शुरू हो गई। चर्चा है कि सरकारी रास्ते पर अतिक्रमण मिलता है तो कोठी ढहाई जा सकती है। ऐसे में जिलेभर के कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता भी यहां आ चुके हैं।
पुत्र ने सीमांकन पर जताई आपत्ति
डॉ. गोविंद सिंह के बेटे अमित प्रताप सिंह ने मामले में तहसीलदार को ज्ञापन देकर लहार में सर्वे क्रमांक 2715, 2716 के सीमांकन पर आपत्ति जताई है। उनका दावा है कि आरसीएमएस पोर्टल में सर्वे नंबर 2715 और 2716 के सीमांकन करने संबंधी कोई प्रकरण दर्ज नहीं पाया गया।