दरअसल, जिला कार्यालय में बुधवार को रहाटकर ने सरंपचों, जिला सहकारिता के पदाधिकारियों, नगर परिषद के पार्षद व पार्षद प्रत्याशियों की अलग-अलग बैठक हुई। समय कम होने से सरपंचों और जिला सहकारिता पदाधिकारियों की एक साथ बैठक शुरू हुई। जिला प्रमुख बरजी बाई का उदबोधन शुरू हुआ तो पार्टी के सरपंचों ने हंगामा किया। सरंपचों का कहना था कि जिला परिषद में उनकी पार्टी की जिला प्रमुख है। इसके बाद भी कांग्रेस के सरपंचों को विकास कार्यालय के पैसा मिल रहा। भाजपा के सरपंच परिषद के चक्कर काटकर तंग आ गए।
मेरी नहीं चल रही, सरकार बदलने का इंतजार
इस पर जिला प्रमुख ने परिषद कार्य में असमर्थता जताते हुए कहा कि उनकी नहीं चल रही। जिला परिषद में सरकार के दबाव में काम हो रहा है। सरंपचों को सरकार बदलने का इंतजार करना होगा। जहां वह बजट के लिए पैसा देना चाहती, वहां नहीं दिया जा रहा। सरंपचों के हंगामे को देखते हुए जिला प्रमुख अपनी सीट पर बैठ गई। जनप्रतिनिधियों व पार्टी पदाधिकारियों ने शांत किया।