भीलवाड़ा. जिले में अवैध बजरी परिवहन को लेकर प्रशिक्षु एसडीएम नेहा छीपा व बीगोद थाना प्रभारी ठाकराराम में तकरार हो गई। विवाद बढऩे पर पहले तो आला अधिकारियों ने सुलह के प्रयास किए, लेकिन बाद में थानेदार ठाकराराम को लाइन हाजिर कर दिया गया।
जानकारी के अनुसार मांडलगढ़ एसडीएम नेहा छीपा सोमवार को भीलवाड़ा कलक्ट्रेट में राजस्व मंत्री रामलाल जाट की बैठक में भाग लेने आई थी। रात करीब 9 बजे भीलवाड़ा से मांडलगढ़ लौट रही थी। बीच रास्ते बीगोद से पहले एसडीएम को अवैध बजरी से भरा डम्पर जाते हुए नजर आया। एसडीएम की कार डम्पर के पीछे चल रही थी। इस बीच बीगोद थाने के बाहर थानाप्रभारी ठाकराराम नाकाबंदी कर रहे थे। कुछ देर बाद एसडीएम वहां पहुंची तो नाकाबंदी में बजरी से भरा डम्पर नहीं दिखा।
एसडीएम ने नाकाबंदी कर रहे थानाप्रभारी ठाकराराम को बजरी भरे डम्पर के बारे में पूछा और आरोप लगाया कि बिना जांच के बजरी के डम्पर को क्यों छोड़ दिया। अनर्गल आरोप लगाने से थानेदार भड़क गया। थानेदार ने एसडीएम को कहा कि उन्होंने डम्पर देखा ही नहीं छोडऩे की बात कहां से आ गई।
विवाद बढऩे पर एसडीएम के साथ मौजूद चालक और उनका गार्ड थाने के अंदर पहुंच गए और मोबाइल टॉर्च जलाकर हवालात का वीडियो बनाने लग गए। एसडीएम रोजनामचा और व्यवस्था देखने लगी। हवालात में बंद अपराधियों की जानकारी मांगी। थानाप्रभारी ने विरोध करते हुए मोबाइल बंद करवा दिया। जिसके बाद वहां मौजूद एसडीएम और थानाप्रभारी में तीखी तकरार हुई। एसडीएम ने जिला कलक्टर आशीष मोदी और पुलिस अधीक्षक आदर्श सिधू से थानेदार के अनुशासनहीन रवैए की शिकायत की। काफी देर तक एसडीएम थाने में बैठी रही।
मामले की नजाकत देख एसपी ने डीएसपी (सदर) रामचन्द्र चौधरी को तत्काल बीगोद थाने भेजा। बीगोद पहुंचे डीएसपी ंने एसडीएम से बात की और जांच करवाने की बात कही। लेकिन एसडीएम थानदेार के खिलाफ कार्रवाई के लिए अड़ी रही। एसपी सिधू ने देर रात ठाकराराम को लाइन हाजिर कर दिया। घटनाक्रम को लेकर एसडीएम नेहा छीपा से बात करने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव कर डिस्कनेक्ट कर दिया।
इनका कहना है- एक फरार अपराधी को पकडऩे के लिए थाने के बाहर नाकाबंदी की जा रही थी। भीलवाड़ा की तरफ से आई एसडीएम ने बजरी के डंपर को बिना जांच के छोड़ देने का आरोप लगाते हुए थाने में व्यवस्थाओं को लेकर मुझसे अशोभनीय व्यवहार किया।
-ठाकराराम साऊ, थानाप्रभारी, बीगोद नाकाबंदी के दौरान एसडीएम से थानेदार का विवाद हुआ था। समझाइश के लिए डीएसपी को भी मौके पर भेजा था। विवाद को देखते हुए उपनिरीक्षक को लाइन हाजिर कर दिया गया। बजरी से भरा डम्पर छोड़ा या नहीं इसकी जांच करवा लेंगे।
-ज्येष्ठा मैत्रेयी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, भीलवाड़ा राजस्व मंत्री की बैठक के बाद मांडलगढ़ जा रही थीं । आगे ही बजरी भरा डंपर निकल रहा था, जिसकी पर्ची सहित अन्य जानकारी थानाधिकारी से लेने पर वे बिगड़ गए। मामले की जानकारी जिला कलक्टर को दे दी गई हैं।
-नेहा छीपा, उपखण्ड अधिकारी, मांडलगढ़