पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह यादव ने पुलिस टीम को शाबासी दी। शास्त्रीनगर की नीलकंठ कॉलोनी में जमीन विवाद में विद्यासागर सुराणा व पत्नी पुष्पा पर 6 नवंबर को फायरिंग मामले में दांथल के बालू जाट, आरके कॉलोनी के कमलेश खाती, मांडलगढ़ के फलासिया के हरिओम शर्मा एवं राहुल सेन पर कोतवाली में केस दर्ज हुआ। चारों पर एसपी ने 10-10 हजार रुपए इनाम घोषित किया था। सुरजीत ठोलिया की अगुवाई में पुलिस टीम में निरीक्षक सुनील ताडा, हेड कांस्टेबल विजेंद्रसिंह, कालूराम व कांस्टेबल शंकरलाल शामिल थे।
बुलेट प्रूफ जैकेट पर लगी गोलियां
निरीक्षक सुरजीत ने आरोपियों को चेताया तो कमलेश व राहुल ने अपनी पिस्टल पुलिस पर तान दी। सुरजीत ने सरेंडर करने की चेतावनी दी, लेकिन कमलेश ने कांस्टेबल शंकरलाल पर एक गोली दाग दी, जो बुलेट प्रूफ जैकेट पर लगी। आरोपी राहुल ने फायर का प्रयास किया। ठोलिया व ताडा ने सर्विस पिस्टल से एक-एक गोली हवाई फायर किया। आरोपी दो कदम पीछे हटे और पुलिस को सामने से हटने वरना गोली मारने की बात कही। कमलेश ने दूसरा फायर किया जो विजेंद्र सिंह की बुलेट प्रूफ जैकेट पर लगा। चित्तौड़ जिले तक दौड़ी पुलिस
रविवार को अपराधियों की तलाश में पुलिस बीगोद, मांडलगढ़, लाडपुरा, बेगूं क्षेत्र में गई। टीम भीलवाड़ा लौट रही थी कि कमलेश व राहुल के हरणी महोदव के आसपास होने की सूचना मिली। टीम हरणी महादेव से मंगरोप रोड पर पॉम रिसोर्ट के समीप पहुंची, जहां दोनों आरोपी छिपे थे। पुलिस के निजी वाहन की लाइट से दोनों की पहचान हुई।
पैरों को बनाया निशाना
ठोलिया ने राहुल व ताड़ा ने कमलेश के पैर पर फायर किया। दोनों आरोपियों के गोलियां दाहिने टखने के नीचे लगी। राहुल व कमलेश गिरे तो पिस्टल छूट गई। कालूराम, विजेंद्र व शंकर ने दबोच लिया। दोनों आरोपियों को एमजीएच में भर्ती कराया। कोतवाली थाने में कमलेश व राहुल के खिलाफ राजकार्य में बाधा व जान से मारने की नियत से अवैध हथियार से फायर कर भागने का प्रयास का मामला दर्ज कराया। कोतवाली प्रभारी राजपाल सिंह के अनुसार दोनों आरोपी को इसी मामले में सोमवार को गिरफ्तार किया।