बिजौलियां के सुखपुरा व आट चरागाह, नला का माताजी वन क्षेत्र, कांस्या, तिलस्वां, काटबड़ा, चम्पापुर, भूती, उदपुरिया, नयानगर, खड़ीपुर, सदारामजी का खेड़ा, गुढ्ढा, महुपुर आदि में जमकर अवैध खनन हो रहा है। सबसे ज्यादा चर्चित इलाका नला का माताजी वन क्षेत्र है, जहां दिन में सन्नाटा रहता है, लेकिन रात में धड़ल़्ले से अवैध खनन किया जा रहा है। चर्चा तो यह भी है कि इसमें विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत है।
150 ट्रक निकलते प्रतिदिन
सेंड स्टोन का अवैध खनन सरकारी व गैर सरकारी खातेदारी जमीन से हो रहा है। क्षेत्र से प्रतिदिन 150 ट्रक सेंड स्टोन के निकलते हैं। एक ट्रक में 50 से 60 हजार रुपए का माल होता है। यानी एक दिन में 75 लाख से 90 लाख का माल अवैध रूपप से निकाला जा रहा है। इन ट्रकों से अवैध रॉयल्टी वसूली जाती है। यह रॉयल्टी सरकारी खजाने में नहीं जाती।
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तीन साल से स्थायी एमई भी नहीं
बिजौलियां में तीन साल से स्थायी अधिकारी नहीं है। सितंबर 2021 से बूंदी के अतिरिक्त खनिज अभियंता प्रकाश माली को बिजौलियां का अतिरिक्त चार्ज दे रखा है। फोरमैन गंगाधर मीणा व रजनीश मीणा के भरोसे पूरा खनन क्षेत्र हैं। एक अप्रेल 2022 से 31 मार्च 2023 तक जिन खदानों का निरीक्षण किया, वहां अवैध खनन मिला था।
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आरोपी 24 तक रिमांड पर
गिरदावर भंवर रेबारी के अपहरण व लूट के मामले में गिरफ्तार आरोपी ओमप्रकाश शर्मा को न्यायालय में पेश किया। उसे 24 अप्रेल तक पुलिस अभिरक्षा में भेज दिया। पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी गोविंद शर्मा व उनके साथी की तलाश जारी है। गौरतलब है कि रेबारी ने अवैध खननकर्ताओं के खिलाफ अपहरण व 5 लाख रुपए लूटने का मामला दर्ज कराया था। आरोपियों ने रेबारी से पांच लाख रुपए लेकर उसका वीडियो बनाया, जिसमें अधिकारियों को पैसा देने की बात कही गई।
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कर रहे कार्रवाई
अवैध खनन की शिकायत मिलने पर बिजौलियां क्षेत्र में कार्रवाई की जा रही है। पिछले साल भी कार्रवाई करते हुए कई पंचनामे बनाए तथा पुलिस में मामले भी दर्ज कराए थे।
-अरविंद नन्दवाना, अधीक्षण अभियन्ता, खान विभाग भीलवाड़ा