READ: आगे पीछे लगी अलग—अलग नंबरों की कार से बाइक को टक्कर मार कार छोड़ भागे दो जने, वाहन की तलाशी ली तो सामने आया यह सच उधर, बरसात शुरू होते ही कई इलाकों में बिजली गुल हो गई। बिजली गुल होने से डिस्कॉम की वर्षा पूर्व चलाए जाने वाले मेंटिनेंस अभियान की पोल सामने आ गई। निजी कम्पनी सिक्योर भी व्यवस्था सुधार नहीं पाई। शास्त्रीनगर में सुबह तीन घंटे बिजली बंद रही। दोपहर में भी बिजली की आंख मिचौली चली।
एनजीटी के आदेश हवा, तलई पहुंचे नाले
READ: इस दिग्गज भाजपा नेता का बेटा भी सूदखोरों के चंगुल में, सूदखोर लगातार दे रहे हैं जान से मारने की धमकियां, सीएम से लगाई सुरक्षा की गुहार भीलवाड़ा. पर्यावरणविद् बाबूलाल जाजू की जनहित याचिका पर राष्ट्रीय हरित न्यायालय (एनजीटी) भोपाल के दिए निर्देश रविवार सुबह हवा हो गए। एनजीटी ने मल-मूत्र वाले नालों का पानी गांधीसागर, मानसरोवर व नेहरू तलाई में नहीं जाने देने की व्यवस्था करने को कहा था लेकिन रविवार की हल्की बरसात में नालों का गंदा पानी, प्लास्टिक व डिस्पोजल कचरे सहित उक्त तीनों तालाबों में चला गया।
READ: अब नहीं अटकेगी मरीज की सांस, मरीज को बेड पर मिलेगी ऑक्सीजन, मेडिकल कॉलेज का अंग बनने के बाद जिला अस्पताल का हो रहा विस्तार जाजू ने बताया कि 5 मई को कलक्टर व नगर परिषद आयुक्त को बारिश से पहले नाले साफ कराने का पत्र लिखा था। फिर भी परिषद ने लापरवाही दिखाई व नाले साफ नहीं कराए। इससे तीनों झीलों में नालों का कचरायुक्त गंदा पानी चला गया।