पीक सीजन में 20 हजार यात्री भार
अमूमन भीलवाड़ा डिपो से आठ से दस हजार रोजाना यात्री भार रहता है। त्योहारी सीजन में यह आंकड़ा बीस हजार तक पहुंच जाता है। दीपावली पर हर व्यक्ति अपने घर जाना चाहता है। ऐसे में रोडवेज ही उसे अच्छा साधन मिलता है। इसका बड़ा कारण ट्रेनों में दीपोत्सव से पहले और बाद में आरक्षण में नो-वेटिंग की स्थिति रहती है। लंबे रूट पर वेटिंग की लिस्ट लंबी होती है। उल्लेखनीय है कि ट्रेन के जनरल कोच में पैर रखने तक की जगह नहीं होती है। ऐसे में रोडवेज कमाई का मौका नहीं छोड़ना चाहता।
उधर, बिना टिकट यात्रा कराने वाले चालक-परिचालकों पर नजर रखने के लिए उड़न दस्ते गठित किए गए है। यह विभिन्न मार्गों पर आकस्मिक जांच करेंगे।