ट्रेवल एजेंट की मानें तो उनके पास रोज 15-20 लोग जानकारी लेने आ रहे हैं। कुंभ मेले की तारीखें तय करने के लिए ज्योतिषीय ग्रह गणनाओं का खास महत्व होता है। ग्रहों की विशेष राशि में स्थिति होने के हिसाब से ही कुंभ बनता है। जब बृहस्पति ग्रह वृष राशि में हों और सूर्य देव मकर राशि में आते हैं, तब तक जब तक सूर्य मकर राशि में रहता है तब कुंभ मेले का आयोजन प्रयागराज में संगम तट पर होता है। इसके अलावा जब गुरु मेष राशि में हो, सूर्य चंद्रमा मकर राशि में हो तो तब प्रयागराज में त्रिवेणी संगम तट पर अर्ध कुंभ मेला लगता है।
टूर पैकेज का भी चल रहा दौर संगम नगरी प्रयागराज में होने जा रहे शाही कुंभ स्नान के लिए टूर पैकेज भी बनवाए जा रहे हैं। टूर एंड ट्रेवल्स से जुड़े लोगों के अनुसार मकर संक्रांति महापर्व के शाही कुंभ स्नान एवं अयोध्या के साथ बनारस दर्शन के टूर पैकेज की बुकिंग की जा रही है।
इन तिथियों पर होगा पवित्र स्नान
- 13 जनवरी: पौष माह की पूर्णिमा
- 14 जनवरी: पहला शाही स्नान मकर संक्रांति पर
- 25 जनवरी: षटतिला एकादशी
- 27 जनवरी: सोम प्रदोष
- 29 जनवरी: दूसरा शाही स्नान मौनी अमावस्या पर
- 02 फरवरी: तीसरा शाही स्नान बसंत पंचमी को
- 04 फरवरी: सूर्यरथ सप्तमी
- 05 फरवरी: भीष्माष्टमी का स्नान
- 08 फरवरी: जया एकादशी
- 09 फरवरी: भीष्म द्वादशी
- 12 फरवरी: माघ मास की पूर्णिमा
- 24 फरवरी: विजया एकादशी
- 26 फरवरी: आखिरी शाही स्नान महाशिवरात्रि पर