पुलिस के अनुसार, कांटी गांव में कृषि कार्य के दौरान खेत पर जहरीले जीव के काटने से रामसुंआ लोधा (55) की मौत हो गई थी। दोपहर रामसुंआ के अंतिम संस्कार के बाद
गणेश मंदिर के समीप बनास नदी में लोग नहा रहे थे। इस दौरान बाबूलाल लोधा (31) व सीताराम लोधा (48) नदी का प्रवाह तेज होने से बह गए।
घटना से वहां मौजूद लोग सन्न रह गए। पुलिस मौके पर पहुंची। ग्रामीणों की मदद से नदी में दोनों की तलाश की, लेकिन पांच घंटे बाद भी दोनों का सुराग नहीं मिला। मांडलगढ़ से गोताखोरों की टीम बुलाई गई है। अंधेरा होने से सर्च ऑपरेशन रोक दिया। ग्रामीणों ने दोनों के गहराई में फंसे होने की आशंका जताई है।
भीलवाड़ा के मांडलगढ़ से पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने करीबन एक घंटे बनास नदी में सर्च आपरेशन किया। अंधेरा होने की वजह से रात को आठ बजे सर्च ऑपरेशन बंद कर दिया गया। शनिवार सुबह फिर से नदी में सर्च ऑपरेशन चलाया जाएगा।