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Navratri 2023 : इस बार बन रहा ये खास योग, इस तरह से पूजा करने से मां दुर्गा देगीं सफलता का वरदान हालांकि 24 घंटों में प्रदेश में सर्वाधिक बारिश दुर्ग जिले में ही दर्ज की गई है। दोपहर में तेज धूप के बाद हुई हल्की बारिश ने उमस का स्तर काफी बढ़ा दिया है। तापमान दो हफ्तों से 31.6 डिग्री के आसपास बना हुआ है। न्यूनतम तापमान अभी 23.2 डिग्री है। मौसम विभाग ने कहा है कि 6 अक्टूबर को न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी। इसके बाद तापमान में वृद्धि का क्रम शुरू होगा।
अब दुर्ग जिला सहित छत्तीसगढ़ में जितनी भी बारिश होगी, उसे मौसम विभाग मानसून में नहीं जोड़ेगा। अक्टूबर की शुरुआत से ही पोस्ट मानसून की नई गणना शुरू हो गई है। पोस्ट मानसून इस साल तीन महीने के लिए होगा।
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डीजे में नाचने पर विवाद : दो गुटों में जमकर मारपीट, महिलाओं और बच्चों को भी नहीं बख्शा… ऐसे समझिए प्रदेश का मानसून इस साल 8 जून को केरल से मानसून की शुरुआत हुई।छत्तीसगढ़ में मानसून का आगमन 23 जून को हुआ। यानी मानसून 10 दिन विलंब से पहुंचा।इस साल छत्तीसगढ़ में जून की सामान्य वर्षा 188 मिमी थी, वहीं जून में 167 मिमी बारिश दर्ज की गई। यानी शुुरुआत में ही 11 फीसदी कम बारिश हुई।
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अलर्ट मोड में CG पुलिस : गुंडे-बदमाशों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई, कई गिरफ्तार प्रदेश से मानसून की विदाई छत्तीसगढ़ से मानसून विदाई ले चुका है। ओडिशा और झारखंड पर बन रहे लोकल सिस्टम से दुर्ग जिला सहित प्रदेश में बारिश का क्रम जारी है। अब मौसम विभाग बारिश की जो भी गणना करेगा, उसे पोस्ट मानसून में रखा जाएगा। पोस्ट मानसून की शुुरुआत 1 अक्टूबर हुई है, यह 31 दिसंबर को समाप्त होगा। विभाग के अनुसार ठंड की असल शुरुआत 1 जनवरी से होगी। विभाग का अनुमान है कि दिसंबर मिड से सर्द हवाएं छत्तीसगढ़ पहुुंचेगी।
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आपसी रंजिश में आरक्षक ने की थी ऑटोमोबाइल संचालक की हत्या, सारेआम राइफल से दागी थीं गोलियां, कोर्ट ने दी ये सजा मानसून 30 सितंबर को छत्तीसगढ़ से विदाई ले चुका है। अब जितनी भी बारिश होगी, उसे पोस्ट मानसून के तहत रखा जाएगा। दिसंबर तक इसकी गणना होगी। नवंबर मिड से उत्तरी सर्द हवा छत्तीसगढ़ पहुंचने की संभावना है।