इसी साल नवंबर के मध्य में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव होने की उम्मीद है। मालूम हो कि एकनाथ शिंदे ने ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के खिलाफ विद्रोह कर दिया जिसके कारण जून 2022 में शिवसेना का विभाजन हो गया। इसके चलते राज्य में सत्तारूढ़ महाविकास आघाडी (MVA) सरकार गिर गयी थी। तब से उद्धव ठाकरे और उनकी अगुवाई वाली शिवसेना (यूबीटी) के नेता शिंदे खेमे के लोगों को ‘गद्दार’ कहकर निशाना साधते हैं।
मुंबई में शनिवार को शिवसेना (UBT) द्वारा आयोजित रोजगार मेले को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने दावा किया कि राज्य के लोग विधानसभा चुनावों में बीजेपी और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना को उनकी जगह दिखाएंगे।
ठाकरे ने कहा, “डेढ़ महीने बाद ये गद्दार (पार्टी से बगावत करने वाले विधायक, सांसद) हमारे पास नौकरी मांगने आएंगे, क्योंकि उनके पास रोजगार नहीं होगा। मैं चुनाव के बाद किसी गद्दार को नौकरी नहीं देने वाला।”
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा, “मुंबई में मराठी समुदाय के लिए कोई रोजगार नहीं था…तब बालासाहेब ने शिवसेना की स्थापना की…वह कहते थे कि आपको नौकरी देने वाला बनना चाहिए, नौकरी लेने वाला नहीं…आज मैं एक बात और कहता हूं कि हमारी सरकार में किसी भी गद्दार को कोई रोजगार नहीं दिया जाएगा…”
इस दौरान उन्होंने अपने पूर्व सहयोगी बीजेपी पर हिंदुत्व को लेकर भी कटाक्ष किया। ठाकरे ने कहा कि हमारा हिंदुत्व लोगों की रसोई गैस जलाने में मदद करता है, जबकि बीजेपी का हिंदुत्व घर जलाने में मददगार है।
राज्य की वर्तमान महायुति सरकार पर निशाना साधते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी सत्ता में आने के बाद राज्य के संसाधनों की लूट का हिसाब लेगी। सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन में शिवसेना, बीजेपी और अजित पवार की एनसीपी शामिल है।