दरअसल डीग जिले के जनुथर थाना इलाके में स्थित दांतलौठी गांव का यह पूरा मामला है। गांव में रहने वाले बच्चे कार्तिक के दादा मनोहर ने बताया कि तीन नवम्बर की यह घटना है। चूल्हे पर पांच किलो दूध चढ़ाया था, उसका मावा बनाया जाना था। भाई दूज होने के कारण घर की महिलाएं अपने-अपने काम में लगी हुई थीं। इस दौरान पता नहीं कैसे 13 महीने का बच्चा कार्तिक वहां चला गया। वह चूल्हे के पास बैठा और उसने भगोना पकड़ लिया। उसके बाद वह भगोना उसी पर उलट गया।
उस पर तुरंत पानी डाला और उसे अस्पताल ले जाया गया। उसे सबसे पहले कुम्हेर अस्पताल ले गए, वहां से उसे भरतपुर में बड़े अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहां मंगलवार तक इलाज चला, लेकिन उसके बाद भी उसका बुखार काबू नहीं आ सका। ऐसे में उसे मंगलवार को जयपुर स्थित जेके लोन के लिए रेफर कर दिया गया। वहां पर इलाज शुरु हुआ ही था कि कार्तिक की मौत की खबर आ गई। डॉक्टरों ने बताया कि उसका लेफ्ट हिस्सा लगभग पूरी तरह से जल चुका था। बच्चे के पिता प्राईवेट जॉब करते हैं। उसका तीन साल का एक भाई भी है। इस घटना के बाद से ही घर में कोहराम मचा हुआ है।