महायुति में बागियों पर कार्रवाई तेज
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान कथित तौर पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में कल्याण शहर प्रमुख महेश गायकवाड़ और सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति के नौ अन्य सदस्यों को लिए निलंबित कर दिया गया है। महेश गायकवाड़ इस साल फरवरी में तब चर्चा में आए थे जब बीजेपी के विधायक गणपत गायकवाड़ ने पुरानी रंजिश के चलते उल्हासनगर शहर के एक पुलिस स्टेशन के अंदर उन पर गोली चला दी थी। गणपत गायकवाड़ अभी जेल में है और बीजेपी ने उनकी जगह उनकी पत्नी को टिकट दिया है।
शिवसेना के कल्याण जिला प्रमुख गोपाल लांडगे ने बताया कि महेश गायकवाड़ समेत महायुति के सदस्य पार्टी लाइन के खिलाफ काम कर रहे थे और मौजूदा चुनावों में पार्टी के निर्देशों का पालन नहीं कर रहे थे। इसलिए यह कार्रवाई की गई।
पार्टी के आदेश के खिलाफ जाकर महेश गायकवाड़ महायुति उम्मीदवार सुलभा गायकवाड़ के खिलाफ कल्याण पूर्व से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे है। इससे पहले बीजेपी ने पार्टी लाइन के खिलाफ जाने और पार्टी अनुशासन का उल्लंघन करने वाले 37 विधानसभा क्षेत्रों के 40 नेताओं और पदाधिकारियों को निष्कासित कर दिया। महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति में शिवसेना, बीजेपी और एनसीपी शामिल हैं।
एक्शन में उद्धव की शिवसेना
उधर, शिवसेना (यूबीटी) ने बुधवार को रूपेश कदम, पूर्व नगरसेवक राजू पेडनेकर, मोहित पेडनेकर, भाग्यश्री अभाले और गोविंद वाघमारे को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण निष्कासित कर दिया। राजू पेडनेकर ने वर्सोवा से एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया, जहां शिवसेना (यूबीटी) ने पूर्व नगरसेवक हारुन खान को टिकट दिया है।
इससे पहले शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए पांच बागी नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया। इन नेताओं में भिवंडी पूर्व के विधायक रूपेश म्हात्रे, विश्वास नांदेकर, चंद्रकांत घुगुल, संजय अवारी और प्रसाद ठाकरे शामिल हैं। उद्धव गुट ने आने वाले समय में और बागियों को पार्टी से निकालने के संकेत दिए है।
म्हात्रे ने भिवंडी पूर्व से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया, जहां समाजवादी पार्टी के मौजूदा विधायक रईस शेख (Rais Shaikh) महाविकास अघाड़ी (एमवीए) के उम्मीदवार हैं। राज्य की 288 सीट पर 20 नवंबर को एक ही चरण में मतदान होगा। नतीजे 23 नवंबर को आएंगे।