scriptज्ञापन और समस्याएं पुरानी, सिर्फ सुनने वाले नेताजी नए | Memorandum and problems are old, Netaji only listens is new | Patrika News
भरतपुर

ज्ञापन और समस्याएं पुरानी, सिर्फ सुनने वाले नेताजी नए

-नगरीय विकास मंत्री को ज्ञापन देने वालों का अंबार

भरतपुरAug 08, 2021 / 04:16 pm

Meghshyam Parashar

ज्ञापन और समस्याएं पुरानी, सिर्फ सुनने वाले नेताजी नए

ज्ञापन और समस्याएं पुरानी, सिर्फ सुनने वाले नेताजी नए

भरतपुर. अक्सर किसी भी बड़े अधिकारी या मंत्री के आते ही सबसे पहला काम ज्ञापन का होता है। हालांकि इन सभी ज्ञापनों में समस्याएं पुरानी होती हैं, लेकिन समस्याओं का ज्ञापन लेने वाले अफसर पुराने होते हैं। शनिवार को भी स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल को करीब तीन दर्जन से अधिक संगठनों ने ज्ञापन दिए। अब सरकार व प्रशासन को चाहिए कि इन ज्ञापनों में सामने आई समस्याओं का निराकरण करे ताकि आगामी समय में फिर कोई बड़ा नेता या अधिकारी आए तो ज्ञापन पुराने नहीं आने चाहिए। इससे सिस्टम की छवि को सुधारा जा सके।
कच्चा परकोटा: दशकों से कर रहे नियमन का इंतजार

कच्चा परकोटा नियमन संघर्ष समिति ने वर्षों से शहर के परकोटे पर रहने वाले लोगों को प्रशासन शहरों के संग अभियान 2021 में शामिल कर निर्धारित मापदंडों, नियम कानूनों में शिथिलता देकर पट्टे देने की मांग को लेकर पांच सूत्रीय मांग पत्र सौंपा। संघर्ष समिति के संयोजक जगराम धाकड़, कै. प्रताप सिंह, पूर्व नेता प्रतिपक्ष इन्द्रजीत भारद्वाज ने ज्ञापन ने परकोटे की वस्तुस्थिति का पूर्ण विवरण प्रस्तुत कर परकोटे के रियासतकालीन मानचित्र का अवलोकन कराया और मांग की गई कि कच्चा परकोटा पर करीब 40-50 वर्ष पूर्व से निवास करते आ रहे लोगों को मौके पर मौजूद आम रास्तों के आधार पर एवं वर्षों से काविज गरीब, मजदूर, निम्न आय वर्गों के तबके के लोगों को रियायती दरों पर पट्टे देने तथा राजकीय पुरातत्व स्मारक सूरजपोल गुर्ज से चतुर्दिक 100 फुट की दूरी को समाप्त कर आसपास के लोगों को पट्टे देने के लिए सरकार से शिथिलता दिलाने एवं कच्चा परकोटा पर विभिन्न धर्मों के निर्मित धार्मिक स्थलों को सार्वजनिक हित में निशुल्क पट्टे जारी करने और गरीब, मजदूर तबके के लोगों को नियमन राशि जमा कराने हेतु बैंक ऋण की सुविधा कराने की मांग की गई। ज्ञापन में शहर के परकोटे के पूर्ण विवरण रखते हुए सरकार के मंत्री को अवगत कराया गया कि राजकीय पुरातत्व विभाग द्वारा परकोटे की भूमि को संरक्षित स्थान से मुक्त कर अनापत्ति प्रमाण पत्र के साथ स्थानीय निकाय भरतपुर को हस्तांतरण किया जा चुका है जिसका स्वामित्व नगर निगम भरतपुर का है। ज्ञापन देने में श्रीकृष्ण कश्यप, खेमचंद, भागमल वर्मा, समन्दर सिंह, साहब सिंह, अवरार कुरेशी, अनवर खान, राजकुमार शर्मा, नरेश कुमार, मुरारी सिंघल, जगदीश खंडेलवाल, प्रहलाद गुप्ता, मदनलाल राय, देवी सिंह, वीरेन्द्र गोठिया, नारायन सिेंह विजय सिंह आदि शामिल थे।
ट्रांसपोर्ट नगर योजना का किया जाए विकास

ऑटो मोबाइल सोसायटी ने ज्ञापन में लम्बित ट्रांसपोर्ट नगर योजना में विकास कराने एवं भूखण्ड आवंटन से वंचित रहे रजिस्टर्ड ओटो मोबाइल्स व्यवसाइयों को भूखड आवंटन करने का आग्रह किया है। विकास में निम्न जन सुविधाओं की पूर्ति हेतु नगर विकास न्यास भरतपुर को दिशा निर्देश जारी करने की मांग की गई है। इसमें सोसायटी भवन हेतु भूखण्ड आवंटन, सुलभ शौचालय, पुलिस चौकी, आश्रय स्थल चौराहे का सौन्दर्यीकरण व हाई मास्क लाइट ड्रेनेज सिस्टम में सुधार, पीने के पानी की सुचारू व्यवस्था व सेक्टर वाइस रेडियम व सांकेतिक चौराहे पर शाइन बोर्ड लगवाने के लिए ध्यान आकर्षित किया है।
2018 के सफाईकर्मियों के स्थायीकरण की रखी मांग

नगर निगम वार्ड नंबर 50 के पार्षद रामेश्वर सैनी ने दिए ज्ञापन में कहा कि नगर निगम में 2018 के सफाई कर्मचारियों को परिवीक्षा काल पूर्ण हो जाने के 13 महीने बाद भी स्थायीकरण नहीं किया जा रहा है। उन्हें पूर्ण वेतन तक नहीं दिया जा रहा है जबकि अपनी जान की बिना परवाह किए बिना कोविड सेंटरों एवं विभिन्न प्रकार के कोविड सम्बंधित जगहों एवं सम्पूर्ण शहर में वर्तमान स्थिति में भी सफाई कार्य कर रहे हैं।
नगर निगम में पार्षदों ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप

पिछले कुछ समय से सफाई की नई व्यवस्था का विरोध कर रहे पार्षदों ने भी शहर बचाओ संघर्ष समिति का गठन किया है। ऐसे में उन्होंने भी मंत्री को ज्ञापन दिया। इसमें कहा है कि नगर निगम में भ्रष्टाचार चरम पर है। मेयर को जब पूर्व आयुक्त ने चेकों पर हस्ताक्षर कराना व फाइल भेजना बंद कर दिया तो उच्च न्यायालय का दरवाजा तक खटखटा दिया। इससे आमजन में निगम की भारी छवि धूमिल हुई। शहर की जनता जव कोरोना महामारी के संकट से जूझ रही थी तो जनता को महामारी से अकेला जूझता हुआ छोड़कर जयपुर भाग गए।
एसबीके स्कूल बना तालाब, जहां देखो वहां भरा है पानी

भरतपुर. मुख्य बाजार में जामा मस्जिद सब्जी मंडी के पास में स्थित श्रीबृजभानल कुमारी कन्या विद्यालय एसवीके स्कूल के नाम से जाना जाता है। जहां स्कूल में बारिश का पानी भरा हुआ है। पिछले काफी समय से यही स्थिति बनी हुई है। ब्लॉक अध्यक्ष कांग्रेस सेवादल लोकेश राजपूत ने बताया कि वहां किसी भी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं है।

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