सेवर थानाधिकारी अरुण चौधरी ने बताया कि जगमोहनपुरा निवासी कमल सिंह का आरोप है कि उसकी 3 साल की बेटी रश्मि को बीते दिनों बुखार आ गया। जिस पर वह उसे 30 जून को उपचार के लिए जनता कॉलोनी स्थित एमबीके हेल्थ केयर पर लेकर गया। जहां चिकित्सक ने यह कहते कि बालिका में पानी की कमी है, ग्लूकोज की बोतलें चढ़ाई और इंजेक्शन लगाए तथा खाने के लिए दवाएं भी दीं तथा 5 दिन बाद फिर बुलाया। तबियत सही नहीं होने पर हम उसे फिर 5 जुलाई को उसी डॉक्टर के पास ले गए, जहां उन्होंने बेटी को दवाएं दीं तथा सेक किया, लेकिन उसकी तबियत और ज्यादा बिगड़ गई। जिस पर हम उसे तत्काल विनोद गुप्ता हॉस्पिटल लेकर गए, लेकिन वहां चिकित्सकों ने उसका उपचार करने से मना कर दिया। तो फिर हम उसे रविवार को जनाना अस्पताल लेकर पहुंचे जहां बेटी को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
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एसएचओ अरुण चौधरी ने बताया कि मृतका बालिका रश्मि के पिता कमल सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया है कि डाक्टर ने बेटी के उपचार में लापरवाही बरती है, जिसके कारण ही उसकी मौत हुई है। इस संबंध में एसएचओ अरुण चौधरी ने बताया कि मृतका के पिता की शिकायत पर अग्रिम कार्रवाई शुरू की है। जिला कलक्टर को बोर्ड गठित करने के लिए पत्र लिखा जाएगा। बोर्ड कमेटी की जांच में यदि चिकित्सक की लापरवाही सामने आई तो कमेटी के निर्णय के आधार पर डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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इकलौती बेटी थी रश्मि
जानकारी के मुताबिक रश्मि अपने माता-पिता की इकलौती बेटी थी। महज 4 साल पूर्व ही कमल सिंह की शादी हुई थी यह उसकी पहली और इकलौती संतान थी। रश्मि की मौत के बाद उसके परिवार में गमगीन माहौल है। रश्मि की मां का रो-रोकर बुरा हाल है।