नाले उफान पर, माचना डैम भी ओवरफ्लो
काफी दिनों बाद हुई अच्छी बारिश
सतपुड़ा जलाशय के तीन गेट खुले
बैतूल. शहरवासियों को काफी दिनों से अच्छी बारिश का इंतजार था। पूरा सावन महीना बीत गया। इसके बाद भी तेज बारिश नहीं हुई थी। रविवार बैतूल शहर और आसपास के गांव में सुबह से ही बारिश का दौर जारी रहा। शाम तक कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश होते रही। बारिश से शहर का नाला उफान पर आ गया। सड़कों और नालियों में पानी भर गया। माचना डैम ओवर फ्लो हो गया। रविवार को बैतूल ब्लॉक में 51.4 मिमी दर्ज की गई है। बारिश से फसलों को भी फायदा होगा। बैतूल शहरवासी बारिश के लिए तरस रहे थे। सभी जगहों पर बारिश हो रही थी,लेकिन बैतूल में बारिश नहीं हो रही थी। रविवार को सुबह नौ बजे से बारिश शुरू हो गई थी। कभी रिमझिम तो कभी तेज बारिश का दौरा शाम को छह बजे तक चलता रहा। बारिश की वजह शहर के नाले उफान पर आ गए। वही माचना नदी में भी थोड़ा पानी आ गया है। इधर माचना ओवर फ्लो हो गया। बारिश से लोगों ने राहत की सास ली है। तेज बारिश नहीं होने से हर तबका परेशान था। यहां तक उमस से परेशान हो रहे थे। बारिश से ही फसलों को भी फायदा होगा। किसानों ने बोवनी कर दी थी,लेकिन बारिश नहीं होने से फसलों पर पीला मोजेक का प्रकोप बैतूल,आमला के कुछ गांवों में देखा जा रहा था। किसान पुरुषोत्तम सरले ने बताया कि बारिश से फसलों को फायदा होगा।
मंदिर में भराया पानी : बारिश का पानी सदर स्थित गुणवंत बाबा के मंदिर में भरा गया। मंदिर में पुजारी के साथ रहने वाले बसतीराम यादव ने बताया कि नगर पालिका द्वारा यहां पर अस्पताल से निकली हुई मिट्टी डाली है। जिसकी वजह से पानी जमा होकर मंदिर में घुस रहा है। जिससे परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मंदिर से मिट्टी हटाने को लेकर नगर पालिका में भी कहा गया। इसके बाद भी सुनवाई नहीं हुई।
मुलताई ब्लॉक में सबसे ज्यादा बारिश
बारिश के आंकड़ों पर नजर दौड़ाई जाए तो सबसे अधिक बारिश मुलताई ब्लॉक में हुई। यहां पर अभी तक 759 मिमी बारिश हो चुकी है। बारिश के मामले में दूसरे नंबर चिचोली ब्लॉक है। यहां पर 678 मिमी बारिश हुई है। वही सबसे कम बारिश बैतूल, शाहपुर, प्रभातपट्टन और आठनेर में हुई है। बारिश का आंकड़ा चार सौ मिमी के ऊपर भी तक नहीं पहुंचा है। इन तीन ब्लॉकों में सबसे कम बारिश हुई है।
इधर, सतपुड़ा जलाशय के तीन गेट खुले
पाथाखेड़ा. दो दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश को देखते हुए सतपुड़ा जलाशय प्रबंधन ने पानी के अनुरूप गेट खोलने और बंद करने का जारी है। शनिवार से हो रही बारिश को देखते हुए लगभग 7 घंटे से अधिक समय तक सात गेट 2 फीट तक खोले थे। रविवार को बारिश को देखते हुए दोपहर एक बजे के बाद तीन गेट एक-एक फीट पर खोले और तीनों गेटों से प्रति सेकंड 26 सौ क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। तवा नदी के आसपास रहने वाले गांव को प्रशासन के स्तर पर अलर्ट करने का कार्य किया जा रहा है। सारनी थाना प्रभारी महेंद्र सिंह चौहान ने शोभापुर गांव, नांदिया घाट का निरीक्षण करके जब खतरे के निशान से ऊपर पानी होने की स्थिति हो तो ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को तवा नदी पार न करने की हिदायत दी गई है।
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