शीतल ने इसकी जानकारी मोबाइल फोन से अपने रिश्तेदारों व परिचितों को दी तो बर व सेंदड़ा के ग्रामीण ब्यावर बस स्टैंड पहुंच गए। इस दौरान शीतल रोडवेज बस में ही बैठी रहीं। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन के बाद उच्चाधिकारियों को इसकी शिकायत की गई। उच्चाधिकारियों के निर्देश के बाद अकेली शीतल को छोड़ने रोडवेज बस दुबारा सेंदड़ा रवाना की गई।
थाने में खड़ी करवाई बस, ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
बस के सेंदड़ा पहुंचने पर ग्रामीणों ने बस को थाने में खड़ा करवा लिया तथा चालक-परिचालक के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीण मौके पर ब्यावर डिपो के मैनेजर को बुलवाने तथा मामला दर्ज करने पर अड़ गए।
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‘दर्ज हो मुकदमा’
सरकार के आदेश व सेंदड़ा का टिकट होने के बावजूद सेंदड़ा में नही छोड़ उसे सीधे ब्यावर बस स्टैंड लाकर महिला यात्री से अन्याय किया गया है। ऐसे बस चालक-परिचालक के खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिए।
शंकर सिंह रावत, विधायक ब्यावर
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‘विधानसभा में उठाया था मामला’
सेंदड़ा कस्बे में समस्त रोडवेज बसो के ठहराव का मामला विधानसभा में भी उठाया था। रोडवेज बसों के सेंदड़ा से गुजरने के आदेश हो रखे हैं। मामले का पता लगाकर चालक व परिचालक को पाबन्द किया जाएगा।
अविनाश गहलोत, विधायक जैतारण
सेन्दड़ा में रोडवेज बसों के ठहराव के लिए प्रशासन ने आदेश जारी कर रखे हैं। लेकिन चालक व परिचालक मनमर्जी से बस को सेन्दड़ा कस्बे में नहीं ले जाकर सीधे बाइपास से गुजर जाते हैं। बसों के बाइपास से गुजरने के खामियाजा सेंदड़ा क्षेत्र के सैकड़ों लोगों को भुगतना पड़ रहा है। रोजी रोजगार व अन्य कार्य से ब्यावर आने वाले ग्रामीणों से अवैध वाहन दो से तीन गुना किराया वसूल रहे हैं।