आयुर्वेदिक उपाय
– बालाें की देखभाल के लिए शुद्घ तेल का उपयाेग करें। सरसों, जैतून या भृंगराज तेल अच्छा रहेगा। यदि शुद्घ तेल उपलब्ध न हो तो अच्छी व विश्वसनीय कंपनी का तेल ही बालों के लिए चुनें। किसी अच्छी कंपनी के नारियल के तेल का बालों के लिए उपयोग करना भी उपयुक्त होता है, क्योंकि इस तेल में मिलावट की आशंका कम होती है।
– बालों के लिए आयुर्वेद में सबसे बेहतर है रीठा, शिकाकाई और त्रिफला जिसमें हरड़, बहेरा और आंवला शामिल होते हैं। इन सबके बीज निकालकर मिश्रित पाउडर बना लें। अगर बाल लम्बे हैं तो दो कप पानी में चार चम्मच पाउडर मिलाकर रात को भिगोकर रख दें। सुबह इसे अच्छी तरह सिर में लगा लें और आधे घंटे बाद पानी से अच्छी तरह धो लें। इस तरह हफ्ते में तीन दिन इसका प्रयोग करें। यह बालों की देखभाल के लिए सबसे अच्छा है। यह बालों को गिरने से रोकने में सहायक होता है। अगर रूसी हो तो इससे वो भी खत्म हो जाती है।
– बालों को गिरने से रोकने के लिए त्रिफला चूर्ण का सेवन भी कारगर है। एक ग्राम आंवले के चूर्ण में एक रत्ती रजत या चांदी का भस्म मिलाकर दिन में एक बार पानी के साथ खाने से भी बाल घने होते हैं। चांदी का वर्क लगे हुए आंवले के मुरब्बे का सेवन भी बाल झड़ने से रोकने में फायदेमंद साबित होते हैं।
कैसा हो खान-पान
बालों को झड़ने से रोकने के लिए सुपाच्य, हल्का और पौष्टिक भोजन खाना चाहिए। ज्यादा तले-भुने भोजन का सेवन न करें, क्योंकि उससे पेट की परेशानी हो सकती है, जो बालों के गिरने के लिए जिम्मेदार होता है।