भूकंप की हुई मॉक ड्रिल, लोगों में हड़कंप
आपदा टीम के लोग लोगों को भूकंप से बचने के तरीके तुरंत बताने लगे, जब लोगों को पता चला कि यह मॉक ड्रिल है, तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली। भूकंप और अग्नि सुरक्षा पर जिला स्तरीय मॉक एक्सरसाइज का आयोजन सहायक कमांडर, अपर जिलाधिकारी प्रतिपाल सिंह चौहान की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट परिसर में हुआ। उन्होंने आपदा विशेषज्ञ रंजीत रंजन को निर्देश दिया कि मॉक एक्सरसाइज का संचालन नियमित रूप से किया जाए, ताकि जनता को किसी भी आपदा के समय बचाव के तरीकों के प्रति जागरूक किया जा सके।
आपदा प्रबंधन की दी गई जानकारी
इसके साथ ही शासन की ओर से उपलब्ध कराई गई साहित्यिक सामग्री का वितरण भी किया गया। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण और विभिन्न आपदा प्रबंधन कार्यक्रमों में भाग लें और प्राथमिक चिकित्सा का प्रशिक्षण लें, अपने समुदाय में आपदा प्रबंधन के बारे में जानकारी फैलाएं और जागरूकता बढ़ाएं, आपातकाल के लिए भोजन, पानी व प्राथमिक चिकित्सा सामग्री का भंडारण करें। इन तरीकों को अपनाकर, आप न केवल अपनी बल्कि दूसरों की सुरक्षा में भी मदद कर सकते हैं।
ADM ने कहा… आपदा से निपटने के लिए अभ्यास जरूरी
ADM ने कहा कि भूकंप के समय खुद को मजबूत दीवारों, दरवाजों के पास या टेबल के नीचे छुपाएं, जब तक जरूरी न हो, फोन का उपयोग सीमित रखें ताकि आपातकालीन सेवाएं कार्य कर सकें, भूकंप के दौरान घर के अंदर रहना अधिक सुरक्षित होता है; बाहर जाने से गिरती चीजें चोट पहुंचा सकती हैं।उन्होंने बताया कि घर में अग्निशामक उपकरण और धूम्रपान अलार्म लगवाएं और उनका नियमित परीक्षण करें, अपने परिवार के साथ मिलकर एक निकासी योजना बनाएं और उसे नियमित रूप से अभ्यास करें। यदि आग लगे तो तुरंत 101 पर कॉल करें और सुरक्षित स्थान पर जाएं।