जगदलपुर. खुजली का इलाज कराने गीदम रोड स्थित निजी क्लीनिक में आयुर्वेद डॉक्टर के पास जाना एक वृद्ध को महंगा पड़ गया। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने उसे अस्थमा का इंजेक्शन लगाया, इसके दो घंटे बाद ही वृद्ध की मौत हो गई। मामला 27 जुलाई का है। परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बोधघाट थाने में शिकायत की है।
जानकारी के अनुसार अघनपुर एमपीएम अस्पताल के सामने रहने वाले हरदेव सिंह उर्फ पापा सरदार (65) की 27 जुलाई को हार्ट अटैक आने से मौत हो गई थी। परिजन का कहना है कि वह डॉक्टर के पास खुजली का इलाज कराने गए थे, लेकिन उन्हें अस्थमा का इंजेक्शन लगाया। इसके दो घंटे बाद ही उसकी मौत हो गई। परिजन ने आयुर्वेदिक डॉक्टर टीआर वर्मा पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए बोधघाट पुलिस से जांच की मांग की है।
अस्थमा का इंजेक्शन लगाया था मृतक हरदेव के बेटे खुशबीर ने बताया कि 27 जुलाई को उनके पिता को शरीर में खुजली होने पर वे घर से बाइक लेकर गंगा नगर वार्ड गीदम रोड़ स्थित डॉक्टर टीआर वर्मा की क्लीनिक में शाम करीब 7 बजे पहुंचे। यहां डॉक्टर वर्मा ने खुजली की दवा देने के बजाय उन्हें अस्थमा का इंजेक्शन लगाया।
जांच के बाद मृत घोषित कर दिया इसके बाद उनका शरीर में सूजन आ गई और तबीयत और बिगडऩे लगी। इसके बाद डॉक्टर ने क्लीनिक से पिता की तबीयत खराब होने की जानकारी उन्हें दी। जब हम वहां पहुंचे तब तक उनका शरीर नीला पड़ गया था। परिजन उसे तत्काल एमपीएम अस्पताल लेकर गए जहां डॉक्टर ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया।
शार्ट पीएम में हार्ट और लीवर में इंफेक्शन बोधघाट पुलिस ने हरदेव के शव का 29 जुलाई को महारानी अस्पताल में पीएम करवाया गया था। यहां शार्ट पीएम में हरदेव के हार्ट और लीवर में इंफेक्शन को मौत की वजह बताई गई। इंफेक्शन की वजह का पता लगाने पुलिस ने बिसरा रिपोर्ट का इंतजार करेगी।
डॉक्टर ने कहा, अस्थमा का था मरीज आयुर्वेद में बीएएमएस डॉक्टर टीआर वर्मा ने बताया कि हरदेव 5 से 6 साल से उनके पास इलाज कराने आता है। अभी जब वह क्लीनिक आया था तो उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। जिसके चलते उसे अस्थमा का इंजेक्शन लगाया गया था। इलाज के दौरान हार्ट अटैक से उसकी मौत हो गई।
डायबीटिज की थी शिकायत परिजनों का कहना है कि हरदेव अस्थमा का नहीं डायबीटिज का मरीज था, इसके बावजूद डॉक्टर ने अस्थमा का इंजेक्शन लगाना बताया है। जिससे उनके शरीर में रिएक्शन हो गया और हार्ट अटैक आने से उनकी मौत हो गई। परिजन ने डॉक्टर पर गलत इलाज और लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।
विस्तृत जांच कर पता लगाया जाएगा बोधघाट थाना प्रभारी अर्चना धूरंधर ने बताया कि मरीज को कौन सा इंजेक्शन कितनी मात्रा में दिया गया, इसका पता लगाया जाएगा। डॉक्टर की पर्ची लिखी दवाओं की जांच की जा रही है। पीएम, बिसरा व क्यूरी रिपोर्ट की विस्तृत जांच कर मौत की वजह का पता लगाया जाएगा।
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